बिहार चुनाव: पहले चरण की अहम सीटें, बड़े नाम समेत सभी जरूरी बातें जानिए
क्या है खबर?
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 6 नवंबर को पहले चरण का मतदान होगा। इस चरण में 18 जिलों की 121 सीटों पर वोट डाले जाएंगे, जिन पर 1,314 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें कई हाई-प्रोफाइल सीटें भी हैं, जिन पर सबकी नजर रहेगी। वर्तमान बिहार की सरकार के 16 मंत्रियों की सीटों पर भी 6 नवंबर को मतदान होगा। आइए पहले चरण से जुड़ी सभी अहम बातें जानते हैं।
जिलें
18 जिलों में 3.75 करोड़ मतदाता करेंगे मतदान
पहले चरण में मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, पटना, भोजपुर और बक्सर जिलों में मतदान होगा। करीब 3.75 करोड़ मतदाता 6 नवंबर को अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इनमें 1.98 लाख पुरुष, 1.76 करोड़ महिलाएं और 758 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। वहीं, मतदान के लिए कुल 45,341 बूथ बनाए गए हैं। पहले चरण में कुल 1,314 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 122 महिलाएं हैं।
पार्टियां
किस पार्टी के कितने प्रत्याशी मैदान में?
महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (RJD) 72, कांग्रेस 24 सीटों और वामपंथी पार्टियां 14 सीटों पर मैदान में हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की ओर से जनता दल यूनाइटेड (JDU) 57, भाजपा 48, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) 13 और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) ने 2 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। इसके अलावा हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) एक और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) 8 सीटों पर किस्मत आजमा रही है। जन सुराज के 119 उम्मीदवार मैदान में हैं।
बड़े चेहरे
तेजस्वी और दोनों उपमुख्यमंत्रियों की सीटों पर भी मतदान
पहले चरण में जिन सीटों पर मतदान होना है, उनमें उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा, RJD प्रमुख तेजस्वी यादव, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी, राजस्व मंत्री संजय सरावगी और नगर विकास मंत्री जिवेश कुमार की सीटें भी शामिल हैं। नीतीश सरकार में शामिल 16 मंत्रियों की सीटों पर भी पहले चरण में मतदान होना है। इनमें JDU कोटे से 5 तो भाजपा कोटे से 11 मंत्री हैं।
सीटें
इन सीटों पर सबकी नजरें
पहले चरण में बक्सर से पूर्व IPS आनंद मिश्रा, परसा से पूर्व मुख्यमंत्री दारोगा राय की पोती करिश्मा राय, लालगंज से अनु शुक्ला की बेटी शिवानी शुक्ला, छपरा से भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव, अलीनगर से लोकगायिका मैथिली ठाकुर, सीवान से शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब और मोकामा से अनंत सिंह जैसे चर्चित चेहरे मैदान में हैं। तेजप्रताप यादव की महुआ सीट पर भी मुकाबला दिलचस्प है। तारापुर में उपमुख्यमंत्री सम्राट और RJD के अरुण कुमार में सीधी टक्कर है।
उम्मीदवार
हर सीट पर औसतन 11 उम्मीदवार, 40 प्रतिशत करोड़पति
चुनाव आयोग के मुताबिक, हर सीट पर औसतन 11 उम्मीदवार मैदान में हैं। सबसे ज्यादा 20-20 उम्मीदवार मुजफ्फरपुर और कुढ़नी में हैं। कुल उम्मीदवारों में से 40 प्रतिशत करोड़पति हैं, जबकि औसतन एक उम्मीदवार की संपत्ति 3.26 करोड़ रुपये है। मुंगेर से भाजपा के प्रत्याशी कुमार प्रणय 170 करोड़ की संपत्ति के साथ सबसे अमीर हैं। वहीं, 32 प्रतिशत उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। शैक्षणिक योग्यता के लिहाज से 50 प्रतिशत उम्मीदवार स्नातक या उससे अधिक पढ़े लिखे हैं।
अहमियत
कितना अहम है पहला चरण?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए यह चरण बेहद अहम है। 2020 के चुनावों में उनकी पार्टी को मिली 43 सीटों में से 23 पहले चरण में जीती थीं। वहीं, महागठबंधन के लिए भी यह चरण बेहद अहम है। पिछली बार महागठबंधन ने पहले चरण की 121 में से 61 सीटें जीती थीं। खुद तेजस्वी राघोपुर से चुनावी मैदान में हैं। ऐसे में उन पर अपनी जीत की हैट्रिक के साथ-साथ सहयोगी पार्टियों के उम्मीदवारों को जिताने का भी जिम्मा है।
पिछला चुनाव
पिछले चुनाव में पहले चरण में किसे कितनी सीटें मिली थीं?
2020 के विधानसभा चुनाव में इन 121 सीटों में से 61 पर महागठबंधन ने जीत दर्ज की थी, जबकि NDA को 59 सीटें मिली थीं। तब LJP ने अकेले चुनाव लड़ा था और उसे केवल एक सीट मिली थी। इन 121 सीटों में सबसे ज्यादा 42 सीटें RJD के खाते में गई थीं, जबकि 32 पर भाजपा को जीत मिली थी। JDU ने 27, VIP ने 4 और कांग्रेस ने 2 सीटों पर जीत हासिल की थी।