दिल्ली: नई कैबिनेट में किसे मिला कौनसा विभाग? आतिशी बोलीं- केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाना लक्ष्य
आतिशी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। वे दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बन गई हैं। उन्होंने पद संभालने के बाद अपने पहले संबोधन में पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, "सबसे पहले मैं दिल्ली के बेटे और दिल्ली के इतिहास में सबसे लोकप्रिय मेरे बड़े भाई और गुरु अरविंद केजरीवाल का धन्यवाद करती हूं। उन्होंने मुझपर भरोसा कर ये जिम्मेदारी सौंपी है। ये हमारे लिए भावुक पल है।"
आतिशी ने कहा- हमारा लक्ष्य केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाना
आतिशी ने कहा, "केजरीवाल ने दिल्ली की तस्वीर बदली है। केजरीवाल जी जनता की अदालत में जाएंगे। केजरीवाल वो व्यक्ति हैं, जिन्होंने दिल्ली को मुफ्त शिक्षा, स्वास्थ्य, बस दी। मैं आज आपको आश्वासन दे रही हूं कि सफाई, सड़क, दवाई सभी रुके काम पूरे होंगे। हम भाजपा के किसी भी षड्यंत्र को कामयाब नहीं होने देंगे। हमें एक बार फिर से केजरीवाल को चुनकर मुख्यमंत्री बनाना है। नहीं तो दिल्ली की मुफ्त सुविधाएं बंद हो जाएंगी।"
किसे मिला कौनसा विभाग?
आतिशी ने अपने पास PWD, ऊर्जा, शिक्षा, वित्त, योजना समेत 13 मंत्रालयों की जिम्मेदारी रखी है। सौरभ भारद्वाज को शहरी विकास, स्वास्थ्य, उद्योग और पर्यटन समेत 8 मंत्रालयों का जिम्मा मिला है। गोपाल राय को सामान्य प्रशासन, विकास और पर्यावरण मंत्री बनाया गया है। कैलाश गहलोत को परिवहन, गृह, IT और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इमरान हुसैन को खाद्य और चुनाव मंत्रालय मिला है। मुकेश अहलावत पिछड़ा वर्ग, श्रम और रोजगार मंत्रालय संभालेंगे।
आज ही आतिशी ने ली हैं मुख्यमंत्री पद की शपथ
आज (21 सितंबर) को आतिशी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। उनके साथ 5 विधायकों- गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। अहलावत को छोड़ सभी पिछली कैबिनेट में भी मंत्री रह चुके हैं। शपथ लेने से पहले आतिशी ने केजरीवाल से मुलाकात की। बता दें कि केजरीवाल के इस्तीफा देने के बाद आतिशी विधायक दल की नेता चुनी गई थीं।
कौन हैं आतिशी?
आतिशी का जन्म 8 जून, 1981 को दिल्ली में हुआ था। उन्होंने नई दिल्ली से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास विषय में स्नातक की डिग्री ली। इसके बाद उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में मास्टर डिग्री हासिल की। आतिशी AAP की स्थापना के समय ही पार्टी में शामिल हो गई थीं। हालांकि, उन्होंने विधानसभा चुनाव 2020 में लड़ा और कालकाजी विधानसभा सीट से जीत हासिल की। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हार मिली थी।