आतिशी ने ली दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ, 5 विधायक भी बने मंत्री
आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता आतिशी ने आज दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। उनके साथ 5 विधायकों को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। इसी के साथ आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला और कुल मिलाकर 9वीं मुख्यमंत्री बन गई हैं। शपथ लेने से पहले आतिशी ने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। बता दें कि केजरीवाल के इस्तीफा देने के बाद आतिशी विधायक दल की नेता चुनी गई थीं।
ये नेता बने मंत्री
आतिशी के साथ 5 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है। इनमें गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत का नाम शामिल है। अहलावत को पहली बार मंत्री बनाया गया है, जबकि बाकी 4 केजरीवाल कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं। अहलावत को राजकुमार आनंद की जगह मंत्री बनाया गया है। शपथ ग्रहण समारोह में अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सहित AAP के कई नेता शामिल हुए।
मुकेश अहलावत कैबिनेट में नए चेहरे
नई कैबिनेट में अहलावत को छोड़ सभी नाम पुराने हैं। पहले की कैबिनेट में कोई भी दलित मंत्री नहीं था, क्योंकि राजेंद्र पाल गौतम ने इस्तीफा दे दिया था। उनके बाद राज कुमार आनंद को मंत्री बनाया गया, लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने भी इस्तीफा दे दिया। इसके बाद से कैबिनेट में दलित चेहरे की तलाश थी। माना जा रहा है कि अहलावत को इसी वजह से मौका मिला है। वे सुल्तानपुर माजरा से विधायक हैं।
केजरीवाल ने 17 सितंबर को दिया था इस्तीफा
केजरीवाल ने 17 सितंबर को उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात कर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद आतिशी विधायक दल की नेता चुनी गई थीं। फिर आतिशी ने उपराज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया था और शपथ ग्रहण की तारीख तय करने की भी मांग की थी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 20 सितंबर की रात केजरीवाल का इस्तीफा मंजूर करते हुए आतिशी को नया मुख्यमंत्री नियुक्त किया था।
कौन हैं आतिशी?
आतिशी का जन्म 8 जून, 1981 को दिल्ली में हुआ था। उन्होंने नई दिल्ली से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास विषय में स्नातक की डिग्री ली। इसके बाद उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में मास्टर डिग्री हासिल की। आतिशी AAP की स्थापना के समय ही पार्टी में शामिल हो गई थीं। हालांकि, उन्होंने विधानसभा चुनाव 2020 में लड़ा और कालकाजी विधानसभा सीट से जीत हासिल की। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हार मिली थी।