विधानसभा चुनाव: त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में किसकी बनेगी सरकार? मतगणना शुरू
क्या है खबर?
उत्तर पूर्वी राज्यों त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में विधानसभा चुनावों की मतगणना शुरू हो गई है।
विभिन्न एग्जिट पोल्स के मुताबिक, त्रिपुरा में भाजपा दोबारा सरकार बनाती दिख रही है, जबकि नागालैंड में भी भाजपा गठबंधन के दोबारा सत्ता में आने की उम्मीद है। मेघालय में किसी भी पार्टी को साफ बहुमत नहीं मिलता दिख रहा है।
हालांकि, चुनाव परिणाम आने के बाद पता चलेगा कि कौन सी पार्टी इन राज्यों में सरकार बनाने में कामयाब होगी।
प्रतिशत
तीनों राज्यों में कितना रहा मतदान का प्रतिशत?
त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव में 16 फरवरी को 60 सीटों पर करीब 86.10 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो 2018 चुनाव के मत प्रतिशत से थोड़ा कम है।
मेघालय में 27 फरवरी को कुल 60 में से 59 सीटों पर 77.55 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि इसी दिन नागालैंड में भी कुल 60 में से 59 पर मतदान हुआ और मतदान का आंकड़ा 85.35 प्रतिशत के करीब रहा।
मतदान के दौरान त्रिपुरा और नागालैंड में हिंसा की छिटपुट घटनाएं हुईं थीं।
त्रिपुरा
त्रिपुरा में किस पार्टी के कितने उम्मीदवार?
त्रिपुरा चुनाव में भाजपा ने 55, CPI (M) ने 43, कांग्रेस ने 13, टिपरा मोथा ने 42 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस भी यहां चुनाव लड़ रही है और उसने 28 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। वहीं 58 निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में है।
महिलाओं की बात करें तो भाजपा ने 12, CPI (M) और टिपरा मोथा ने दो-दो, तृणमूल ने तीन और कांग्रेस ने एक महिला उम्मीदवार को टिकट दिया है।
त्रिपुरा
त्रिपुरा में पिछली बार क्या रहे थे नतीजे?
भाजपा ने 2018 में हुए पिछले त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में 43.59 प्रतिशत वोट के साथ 36 सीटें हासिल की थीं और बिप्लब कुमार देब को मुख्यमंत्री बनाया था। वाम गठबंधन 42.2 प्रतिशत वोट प्राप्त करने के बावजूद सिर्फ 16 सीटें हासिल कर पाया था।
इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (IPFT) ने आठ सीटें जीती थीं। भाजपा ने पिछले साल मई में बिप्लब कुमार देब की जगह माणिक साहा को त्रिपुरा का मुख्यमंत्री बना दिया था।
नागालैंड
नागालैंड में कौन-कौन सी पार्टियां मैदान में?
नागालैंड में भाजपा सत्तारूढ़ नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है। यहां 20 सीटों पर भाजपा ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि NDPP बाकी बची 40 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और उसकी नागालैंड में पकड़ मजबूत है।
कांग्रेस ने 23 उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जबकि नागा पीपुल्स फ्रंट (NPF) ने 22 सीटों पर चुनाव लड़ा। 2018 के चुनाव में कांग्रेस का नागालैंड में सफाया हो गया था।
नागालैंड
नागालैंड में पिछले चुनाव के क्या नतीजे रहे थे?
2018 के नागालैंड चुनाव में NPF 26 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, लेकिन सरकार नहीं बना पाई। NDPP ने इस चुनाव में 18 और भाजपा ने 12 सीटें हासिल करते हुए गठबंधन की सरकार बनाई थी।
हालांकि, इस चुनाव के बाद विपक्षी दल NPF के करीब 21 विधायक NDPP में शामिल हो गए थे। इस विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नेफियू रियो के लिए भाजपा के गठबंधन के साथ सत्ता पर वापसी करना आसान लग रहा है।
मेघालय
मेघालय में पार्टियों के बीच क्या हैं समीकरण?
मेघालय में भ्रष्टाचार के आरोपों से जूझ रही सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के साथ इस चुनाव में भाजपा ने गठबंधन नहीं किया है। मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने NPP के अकेले दम पर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी।
इस चुनाव में उन्हें सत्ता विरोधी लहर से जूझना पड़ा और इससे भाजपा को फायदा मिल सकता है। हालांकि, बीते चुनावों की तरह बहुमत न मिलने की स्थिति में सरकार बनाने के लिए यहां जोड़-तोड़ की जा सकती है।
मेघालय
मेघालय में पिछले चुनाव में क्या नतीजे रहे थे?
2018 के मेघालय विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और 60 विधानसभा सीटों में से उसने 21 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि NPP के हिस्से 19 सीटें आई थीं।
चुनाव के बाद मेघालय डेमोक्रेटिक फ्रंट (MDF) बना, जिसका भाजपा समेत अन्य क्षेत्रीय दलों ने समर्थन किया और NPP ने सरकार बनाई। चुनाव के बाद कांग्रेस के कई विधायक दल-बदल करके TMC में शामिल हो गए और कांग्रेस को यहां भारी नुकसान उठाना पड़ा।