
अरविंद केजरीवाल ने छोड़ा मुख्यमंत्री आवास, जानिए अब कहां रहेंगे
क्या है खबर?
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को सिविल लाइंस इलाके में 6 फ्लैगस्टाफ रोड में स्थित मुख्यमंत्री आवास छोड़ दिया है।
अब वह अपने पूरे परिवार के साथ नई दिल्ली के फिरोजशाह रोड स्थित बंगला नंबर 5 में रहेंगे। यह बंगला पंजाब से आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल को आवंटित है।
शुक्रवार को केजरीवाल अपने माता-पिता, पत्नी और बच्चों के साथ यहां शिफ्ट हो गए हैं। यह बंगला उनके विधानसभा क्षेत्र में भी है।
आवास
अभी तक नरेन जैन के मकान में रह रहे थे केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री के पास कोई आधिकारिक आवास नहीं होता। वह जिस आवास में रहता है, उसे ही आधिकारिक आवास माना जाता है।
अभी तक केजरीवाल सिविल लाइंस फ्लैगस्टाफ रोड स्थित जिस मकान में रह रहे थे, वो कभी लेखक सलमान रुश्दी के पूर्वजों का था। अभी उसके मालिक नरेन जैन हैं, जो AAP समर्थक हैं।
इस घर को संवारने पर भाजपा ने केजरीवाल को घेरा था और इसे आलीशान सुविधाओं वाला 'शीशमहल' बताया था।
सुविधा
सिसोदिया ने भी कल छोड़ा था अपना आवास
केजरीवाल से पहले पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी नवरात्रि के पहले दिन गुरुवार को अपना सरकारी आवास AB-17 खाली कर दिया था।
यह आवास सिसोदिया के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री आतिशी को शिक्षा मंत्री बनने पर आवंटित हुआ था, लेकिन आतिशी सिसोदिया के परिवार के कारण यहां शिफ्ट नहीं हुई थीं।
गुुरुवार को आवास खाली करने के बाद सिसोदिया अपने परिवार के साथ राज्यसभा सांसद और पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह के राजेंद्र प्रसाद रोड स्थित बंगले में शिफ्ट हुए।
ट्विटर पोस्ट
परिवार संग नए घर में प्रवेश करते अरविंद केजरीवाल
#WATCH दिल्ली: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अपने नए आवास पर परिवार के साथ पूजा की। pic.twitter.com/E0P72Q1Iyz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 4, 2024
जमानत
176 दिन बाद जेल से बाहर आए थे केजरीवाल
दिल्ली की शराब नीति में कथित घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर केजरीवाल को पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) फिर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने गिरफ्तार किया था।
कुल 176 दिन जेल में रहने के बाद केजरीवाल सितंबर में रिहा हुए। इसके बाद 17 सितंबर को उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
केजरीवाल ने AAP विधायकों की बैठक में आतिशी को मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से मान लिया गया। अब आतिशी दिल्ली की मुख्यमंत्री हैं।