शिक्षक भर्ती घोटाला: अर्पिता मुखर्जी बोलीं- घर पर मिला पैसा मेरा नहीं, गैर-हाजिरी में रखा गया
शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में गिरफ्तार अर्पिता मुखर्जी ने कहा है कि उनके घर से मिला कैश उनका नहीं है और उनकी गैर-हाजिरी में वहा रखा गया था। गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मुखर्जी के घर से करीब 50 करोड़ रुपये कैश और अन्य सामान बरामद हुआ था। पूछताछ में मुखर्जी ने बताया था कि यह पैसा अब पश्चिम बंगाल मंत्रीमंडल से बर्खास्त हो चुके पार्थ चटर्जी का है। आइये पूरी खबर जानते हैं।
अर्पिता मुखर्जी ने क्या बयान दिया?
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, चटर्जी ने ED को बताया को उनके घर से मिला कैश उनका नहीं है और उनकी अनुपस्थिति में वहां रखा गया था। बता दें, एजेंसी को शक है कि यह पैसा शिक्षक भर्ती घोटाले से जुटाया गया है।
चटर्जी ने भी कही अपना पैसा न होने की बात
मुखर्जी से पहले पार्थ चटर्जी ने कहा था कि यह उनका पैसा नहीं है। रविवार को चटर्जी ने दावा किया कि उनके पास आय का कोई स्त्रोत नहीं है और छापेमारी के दौरान मुखर्जी के आवास से मिला पैसा उनका नहीं है। रविवार को मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल आए चटर्जी से जब पूछा गया कि क्या कोई उनके खिलाफ साजिश रच रहा है तो उन्होंने कहा कि यह वक्त आने पर पता चल जाएगा।
TMC ने इन दावों पर क्या कहा?
चटर्जी के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने पूछा कि गिरफ्तारी के इतने दिनों बाद तक चटर्जी चुप क्यों थे? पार्टी के राज्य महासचिव कुनाल घोष ने कहा कि कल को चटर्जी कह देंगे कि वो अर्पिता मुखर्जी को नहीं जानते। उनके पास अदालत जाकर अपनी बेगुनाही साबित करने का अधिकार है। पार्टी का इस घोटाले से कुछ लेना-देना नहीं है। बता दें कि TMC पार्थ चटर्जी को पार्टी से निकाल चुकी है।
TMC ने की पार्थ चटर्जी के खिलाफ कार्रवाई
पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद से विपक्ष लगातार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा था। इसी बीच ममता बनर्जी ने उन्हें वाणिज्य और उद्योग मंत्री पद से हटा दिया और उन्हें पार्टी के सारे पदों से बर्खास्त कर दिया। चटर्जी पर शिक्षा मंत्री रहते हुए रिश्वत लेकर सरकारी स्कूलों में शिक्षकों और अन्य स्टाफ की अवैध नियुक्ति, ट्रांसफर करने और कॉलेजों को मान्यता दिलाने का आरोप है।
पार्थ चटर्जी की करीबी बताई जा रही हैं अर्पिता मुखर्जी
ED ने अर्पिता मुखर्जी को पार्थ चटर्जी की 'करीबी सहयोगी' बताया है। पेशे से अभिनेत्री मुखर्जी ने कुछ बंगाली और उड़िया फिल्मों में काम किया है। उन्होंने 2008 में आई फिल्म 'पार्टनर' में बंगाली सुपरस्टार जीत और 2009 में आई 'मामा बागने' में प्रसनजीत चटर्जी के साथ काम किया था। वो पार्थ चटर्जी की दुर्गा पूजा समिति 'नाकटला उदयन' के प्रचार अभियान का चेहरा भी रह चुकी हैं। यह कोलकाता की सबसे बड़ी दुर्गा पूजा समितियों में से एक है।