#NewsBytesExplainer: पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के नतीजों के TMC, भाजपा और कांग्रेस के लिए क्या मायने?
पश्चिम बंगाल में दूसरे दिन भी पंचायत चुनाव के वोटों की गिनती जारी है, जिसमें तृणमूल कांग्रेस (TMC) को शानदार जीत मिलती दिख रही है। ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद, तीनों में TMC आगे चल रही है। दूसरे नंबर पर भाजपा और तीसरे नंबर पर कांग्रेस है। राज्य में ग्राम पंचायत की 63,229, पंचायत समिति की 9,730 और जिला परिषद 928 सीटों पर चुनाव हुए थे। आइए समझते हैं कि पार्टियों के लिए नतीजों के क्या मायने हैं।
सबसे पहले चुनाव परिणाम जानिए
सबसे पहले बात ग्राम पंचायत के परिणामों की करते हैं। इनमें TMC 31,526 सीट जीत चुकी है और 1,323 पर आगे चल रही है। भाजपा ने 8,540 सीटों पर जीत दर्ज की है और उसके उम्मीदवार 330 सीटों पर आगे चल रहे हैं। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) को 2,640 सीट पर जीत मिली है और 210 पर आगे चल रही है। कांग्रेस ने कुल 2,251 सीटों पर जीत दर्ज की है।
क्या रहे पंचायत समिति और जिला परिषद के परिणाम?
पंचायत समिति में TMC ने 6,253, भाजपा ने 964 और कांग्रेस ने 255 सीटों पर जीत दर्ज की है। TMC 220, भाजपा 50 और कांग्रेस 8 सीटों पर आगे है। जिला परिषद में TMC ने 674 सीटों पर जीत दर्ज की है और 149 पर आगे है। भाजपा को 21 पर जीत मिली है और 5 पर आगे है। कांग्रेस को 6 पर जीत मिली है और 5 पर आगे चल रही है।
TMC के लिए क्या हैं परिणामों के मायने?
TMC को मोटे तौर पर बड़ी जीत मिली है, लेकिन पिछले चुनावों के मुकाबले पार्टी को नुकसान हुआ है। ग्राम पंचायत सीटों पर TMC को पिछले चुनावों के मुकाबले करीब 12 प्रतिशत सीटों का नुकसान हुआ है। हालांकि, पार्टी को महिलाओं और ग्रामीण मतदाताओं का खासा समर्थन मिला है। परिणामों के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने समर्थन के लिए ग्रामीण इलाकों के मतदाताओं का खास तौर से आभार जताया है।
भाजपा की सीटें बढ़ीं, लेकिन उम्मीद से कम
पंचायत चुनाव में भाजपा की सीटें बढ़ी हैं और वो दूसरे नंबर की पार्टी बनकर उभरी है। भाजपा ने TMC से नंदीग्राम की पंचायत भी छीन ली है। ग्राम पंचायत में भाजपा को करीब 3 प्रतिशत सीटों का फायदा हुआ है। हालांकि, 2021 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रदर्शन के आधार पर पार्टी को उम्मीद से कम सीटें मिली हैं। पूर्व मेदिनीपुर, कूचबिहार, उत्तर 24-परगना और नंदीग्राम को छोड़ कर सभी जगहों पर भाजपा का प्रदर्शन गिरा है।
कांग्रेस के लिए नतीजों के क्या मायने?
कांग्रेस के लिए नतीजों में निराशा ही हाथ लगी है और उसे तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा है। हालांकि, CPM और कांग्रेस ने पंचायत समिति में अच्छा प्रदर्शन किया है। विश्लेषकों का कहना है कि पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के जो मतदाता भाजपा के पाले में चले गए थे, वे इस चुनाव में वापस लौट आए हैं। कांग्रेस के लिए केवल यही एक अच्छी खबर हो सकती है।