करहल विधानसभा सीट से जीते अखिलेश यादव, केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी बघेल को दी मात
क्या है खबर?
समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव मैनपुर जिले की करहल विधानसभा सीट से जीत गए हैं। उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी और केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी बघेल को मात दी।
ये पहली बार था जब अखिलेश यादव किसी चुनाव में मैदान में उतरे थे। करहल सीट को सपा का मजबूत गढ़ माना जाता है और इस सीट पर यादव निर्णायक भूमिका अदा करते हैं।
सपा के आंतरिक सर्वे में भी इस सीट को सुरक्षित पाया गया था।
इतिहास
क्या है करहल सीट का इतिहास?
करहल सीट पर 1993 से सपा का दबदबा है और वह तब से यहां सात में से छह चुनाव जीत चुकी है।
1993, 1996 और 2000 में जहां सपा ने जीत की हैट्रिक बनाई, हालांकि 2002 में भाजपा के सोबरन सिंह ने जीत दर्ज की।
कुछ समय बाद सोबरन सपा में शामिल हो गए और तभी से यहां से जीतते चले आ रहे थे। भाजपा की लहर के बावजूद पिछले चुनाव में उन्होंने 40,000 वोटों से जीत दर्ज की थी।
जातिगत समीकरण
करहल विधानसभा में क्या है जातिगत समीकरण?
करहल विधानसभा के जातिगत समीकरणकी बात करें तो यहां कुल मतदाताओं की संख्या 3,71,241 है। इनमें 2,01,394 पुरुष, 1,69,851 महिला और 16 मतदाता अन्य श्रेणी के हैं।
कुल मतदाताओं में से 40 प्रतिशत यादव समुदाय से आते हैं। इसी तरह 17 प्रतिशत मतदाता अनुसूचित जाति (SC), 13 प्रतिशत शाक्य, नौ प्रतिशत ठाकुर, सात प्रतिशत ब्राह्मण, छह प्रतिशत अल्पसंख्यक और अन्य जाति और समुदाय के आठ प्रतिशत मतदाता हैं।
ऐसे में इस सीट पर यादव मतदाता निर्णयक हैं।
चुनावी नतीजे
उत्तर प्रदेश में भाजपा की प्रचंड जीत
उत्तर प्रदेश में भाजपा प्रचंड बहुमत के साथ जीत दर्ज करते हुए दिख रही है। राज्य की 403 सीटों में से 23 सीटों पर उसने जीत दर्ज कर ली है, वहीं 231 सीटों पर वह आगे चल रही है।
अखिलेश यादव की सपा 113 सीटों पर आगे चल रही है। बहुजन समाज पार्टी एक और कांग्रेस दो सीटों पर आगे चल रही है।
योगी आदित्यनाथ पूर्ण कार्यकाल के बाद दोबारा मुख्यमंत्री बनने वाले उत्तर प्रदेश केे पहले मुख्यमंत्री हैं।