शरद पवार ने प्रफुल्ल पटेल और सुप्रिया सुले को NCP का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया
क्या है खबर?
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार ने प्रफुल्ल पटेल और सुप्रिया सुले को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है।
सुप्रिया सुले को पंजाब, महाराष्ट्र और हरियाणा की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं प्रफुल्ल को मध्य प्रदेश, राजस्थान, गोवा का जिम्मा सौंपा गया है।
बता दें कि आज NCP अपना 24वां स्थापना दिवस मना रही है। इस मौके पर ही पवार ने नई नियुक्तियों का ऐलान किया है।
अजित
भतीजे अजित को नहीं मिली कोई जिम्मेदारी
पवार ने अपने भतीजे और NCP के वरिष्ठ नेता अजित पवार को कोई भी जिम्मेदारी नहीं दी है। इसे अजित के लिए झटके के तौर पर देखा जा रहा है।
कयास लगाए जा रहे हैं कि इस फैसले के बाद अजित बड़ा कदम उठा सकते हैं।
बता दें कि बीते कुछ दिनों से दोनों के बीच तकरार की खबरें आ रही थीं। कहा जा रहा था कि अजित NCP को भाजपा के साथ ले जाना चाहते थे।
जिम्मेदारी
किसे मिली क्या जिम्मेदारी?
सुप्रिया को महाराष्ट्र, हरियाणा, पंजाब, महिला और युवा विभाग और लोकसभा समन्वय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सुनील तटकरे को राष्ट्रीय महासचिव, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, किसान और अल्पसंख्यक विभाग का जिम्मा मिला है।
फैसल को तमिलनाडु, तेलंगाना और केरल की जिम्मेदारी मिली है।
नंदा शास्त्री को दिल्ली का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है।
बता दें कि अजित के साथ ही NCP के वरिष्ठ नेता जयंत पाटिल को भी कोई जिम्मेदारी नहीं मिली है।
बयान
सुप्रिया बोलीं- पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करूंगी
कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद सुप्रिया ने सभी का आभार जताया।
उन्होंने कहा, "इस बड़ी जिम्मेदारी को सौंपने के लिए मैं NCP अध्यक्ष पवार साहब, सभी वरिष्ठ नेता, पार्टी के साथी, पार्टी के कार्यकर्ता और शुभचिंतकों का आभार व्यक्त करती हूं। मैं NCP को और मजबूत करने के लिए आप सभी के साथ लगन से काम करूंगी और हम सामूहिक रूप से अपने साथी नागरिकों की व्यापक भलाई के लिए देश की सेवा करेंगे।"
पवार
पवार बोले- सभी विपक्षी पार्टियों को साथ आना होगा
पवार ने कहा कि NCP को मजबूत करने के लिए हम सब लोगों को काम करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा, "सभी विपक्षी पार्टियों को साथ आना होगा। मुझे यकीन है कि इस देश की जनता हमारी मदद करेगी। 23 जून को हम सभी बिहार में मिलेंगे, चर्चा करेंगे और एक कार्यक्रम लेकर आएंगे और देश भर में घूमकर इसे लोगों के सामने पेश करेंगे। परिवर्तन का नक्शा देश के साथियों को देकर बदलाव होगा, इसका हमें विश्वास है।"
इस्तीफा
शरद ने 2 मई को दिया था इस्तीफा, फिर वापस लिया
बता दें कि 2 मई को पवार ने NCP अध्यक्ष पद छोड़ने का ऐलान किया था।
तब उन्होंने कहा था कि 1999 में NCP के गठन के बाद से लगातार 24 सालों तक उन्हें अध्यक्ष रहने का मौका मिला और अब किसी और व्यक्ति को जिम्मेदारी मिलनी चाहिए।
पवार के इस फैसले का पार्टी कार्यकर्ताओं ने काफी विरोध किया था।
बाद में कार्यकर्ताओं की अपील और कोर समिति के फैसले के बाद उन्होंने इस्तीफा वापस ले लिया था।