पंजाब में कांग्रेस के साथ विवाद के बीच अरविंद केजरीवाल बोले- हम INDIA के साथ
पंजाब में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुखपाल सिंह खैरा की गिरफ्तारी के बाद से विपक्षी गठबंधन INDIA की स्थिरता पर सवाल उठने लगे हैं। इन सवालों के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार के इस एक्शन और INDIA को लेकर पार्टी की स्थिति पर स्पष्टीकरण दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वो INDIA के साथ हैं, लेकिन पंजाब में ड्रग्स के खिलाफ जंग भी जारी रहेगी।
केजरीवाल ने कहा- गठबंधन के साथ, लेकिन जारी रहेगा ड्रग के खिलाफ जंग
केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा, "आम आदमी पार्टी INDIA गठबंधन के लिए प्रतिबद्ध है। हम इस गठबंधन से अलग नहीं होंगे और गठबंधन धर्म का पूरी तरह से पालन करेंगे।" खैरा के मुद्दे पर उन्होंने कहा, "AAP सरकार नशे को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन मैं किसी विशेष केस या किसी व्यक्ति विशेष पर बात नहीं कर रहा क्योंकि मेरे पास जानकारी नहीं है। जानकारी पंजाब पुलिस के पास है।"
खैरा से संबंधित मामला क्या है?
पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुखपाल सिंह खैरा को गुरुवार सुबह पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। उन्हें फाजिल्का के जलालाबाद में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) अधिनियम के तहत दर्ज 8 साल पुराने मामले में गिरफ्तार किया गया है। इस गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस ने इसे 'सत्ता का दुरुपयोग और प्रतिशोध की राजनीति' बताया है। इससे पहले पंजाब विजिलेंस ने पूर्व कांग्रेस मंत्री भारत भूषण आशु, साधु सिंह धर्मसोत और संगत सिंह गिलजियां को गिरफ्तार किया था।
कांग्रेस ने कहा- हम चुप नहीं बैठेंगे
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा ने मामले में राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान और पुलिस दोनों पर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी के नेताओं को खैरा से मिलने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, "हम चुप नहीं बैठेंगे। हम आखिर तक लड़ते रहेंगे।" दूसरी तरफ AAP ने किसी भी राजनीतिक प्रतिशोध के आरोप से इनकार किया और जोर देते कहा कि खैरा की गिरफ्तारी नशे के खिलाफ उसकी 'जीरो टॉलरेंस नीति' का हिस्सा है।
AAP और कांग्रेस को साथ बनाए रखना INDIA की सबसे बड़ी चुनौती
भले ही राष्ट्रीय स्तर पर INDIA गठबंधन में कांग्रेस और AAP साथ हैं, लेकिन पंजाब और दिल्ली में दोनों ही पार्टियों एक-दूसरे की धुर-विरोधी हैं। पंजाब और दिल्ली में कुल 20 सीटें हैं और ये दोनों ही पार्टियां अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहेंगी। हालांकि, खैरा की गिरफ्तारी ने दोनों पार्टियों के बीच समझौते की संभावना को खतरे में डाल दिया है। इन दोनों ही राज्यों की दोनों पार्टियों की इकाइयों पहले से ही गठबंधन के खिलाफ हैं।