तेलंगाना कांग्रेस में हलचल; 10 विधायकों ने की गुप्त बैठक, मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी हुए सक्रिय
क्या है खबर?
तेलंगाना में कांग्रेस में हलचल की अटकलें हैं। इन अटकलों को तब और हवा मिल गई, जब पार्टी के 10 विधायकों ने गुप्त बैठक की है।
इसके बाद मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी भी सक्रिय हो गए हैं। आज तक के मुताबिक, उन्होंने पार्टी विधायकों के बढ़ते असंतोष को शांत करने के लिए सभी मंत्रियों के साथ बैठक बुलाई है।
बताया जा रहा है कि असंतुष्ट विधायक मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी से नाराज हैं।
विधायक
किन-किन विधायकों ने की गुप्त बैठक?
कांग्रेस के 10 विधायकों ने विधायक अनिरुद्ध रेड्डी के फार्महाउस पर बैठक की है।
वारंगल पश्चिम से विधायक नैनी राजेंदर रेड्डी, निजामाबाद ग्रामीण से विधायक भूपति रेड्डी, महबूबनगर से विधायक येनम श्रीनिवास रेड्डी, महबूबाबाद से विधायक मुरली नाइक, नागरकुरनूल से विधायक कुचुकुल्ला राजेश रेड्डी, नारायणखेद से विधायक संजीव रेड्डी, जडचेरला से विधायक अनिरुद्ध रेड्डी, आसिफाबाद से विधायक लक्ष्मीकांत, नारसमपेट से विधायक दोंती माधव रेड्डी और अलायर से विधायक बीरला इलैय्या बैठक में शामिल हुए।
कांग्रेस
घटनाक्रम पर कांग्रेस का क्या कहना है?
नागरकर्नूल से कांग्रेस सांसद मल्लू रवि ने कहा, "विधायकों की बैठक ITC कोहिनूर में हुई थी, किसी फार्महाउस में नहीं। ये सिर्फ एक रात्रिभोज बैठक थी। इसमें 10 विधायकों को पहुंचना था, लेकिन केवल 8 ही इसमें शामिल हुए थे। मैंने सभी विधायकों से व्यक्तिगत तौर पर बात की है। किसी भी तरह की कोई बगावत या असंतुष्टि नहीं है। विपक्षी पार्टियां इसे जबरन तूल देने की कोशिश कर रही है।"
दलबदलू
असंतुष्ट विधायकों में ज्यादातर दलबदलू
बीते कुछ महीनों में भारत राष्ट्र समिति (BRS) के 10 विधायक और 6 विधान परिषद सदस्य कांग्रेस में शामिल हुए हैं। अब स्थानीय कांग्रेस नेताओं और आलाकमान से इनकी बन नहीं रही है, इस वजह से ये नाराज बताए जा रहे हैं।
वरिष्ठ BRS नेता दासोजू श्रवण ने दिप्रिंट से कहा, "जिन मुख्यमंत्री ने विधायकों को गले लगाकर और दुपट्टा देकर पार्टी में आमंत्रित किया था, अब काम निकल जाने के बाद वे उनकी पहुंच से बाहर हो गए हैं।"
मतभेद
लंबे समय से हैं मतभेद की खबरें
BRS से कांग्रेस में आए विधायकों के बयानों पर विवाद होता रहा है। हाल ही में विधायक महिपाल रेड्डी ने अपने कार्यालय से पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर की तस्वीरें हटाने से मना कर दिया था। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके कार्यालय में तोड़फोड़ की थी।
इसी महीने BRS से कांग्रेस में आए विधायक दानम नागेंद्र ने हैदराबाद में आयोजित हुई फॉर्मूला ई रेस की तारीफ की थी। ये आयोजन कथित भ्रष्टाचार को लेकर विवादों में है।