कब मनाई जाएगी हरियाली तीज? जानिए इस त्योहार की तिथि, महत्व और रीति-रिवाज
क्या है खबर?
हरियाली तीज एक हिंदू त्योहार है, जो उत्तर भारत के कई हिस्सों में विवाहित महिलाओं के लिए विशेष रूप से अहम होता है। इस खास दिन पर महिलाएं व्रत रखती हैं और अपने पति और परिवार की खुशहाली के लिए प्रार्थना करती हैं। हरियाली तीज भगवान शिव और देवी पार्वती के दिव्य मिलन का उत्सव है। आज के लेख में जानिए कि इस साल यह पर्व किस तारीख को मनाया जाएगा। साथ ही इसके महत्व और रीति-रिवाजों को भी समझें।
तिथि
कब है हरियाली तीज?
हरियाली तीज सावन के महीने में शुक्ल पक्ष के तीसरे दिन मनाई जाती है। इस साल यह पर्व 27 अगस्त यानि रविवार को पड़ रहा है। तृतीया तिथि 26 जुलाई, 2025 को रात्रि 10:41 बजे से शुरू होगी। वहीं, यह तिथि 27 जुलाई 2025 को रात्रि 10:41 बजे समाप्त हो जाएगी। इस पर्व पर राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में सुहागन हिंदू महिलाएं दिनभर निर्जला व्रत रखकर पतियों की लंबी आयु के लिए पूजा-अर्चना करेंगी।
महत्व
क्यों मनाया जाता है यह त्योहार?
हिंदू पौराणिक कथाओं में कहा जाता है कि इस पर्व के दिन माता पार्वती को 107 जन्मों तक तपस्या करने के बाद भगवान शिव ने अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। इसलिए, हरियाली तीज को भगवान शिव और माता पारवती के पुनर्मिलन का त्योहार कहा जाता है। माना जाता है कि इस दिन पूजा और व्रत करने से पतियों की आयु लंबी होती है और उनका स्वास्थ्य दुरुस्त रहता है।
रीति-रिवाज
कैसे मनाई जाती है हरियाली तीज
हरियाली तीज को महिलाएं बहुत हर्षों-उल्लास के साथ मनाती हैं। हरा इस त्योहार का मुख्य रंग होता है और इस दिन महिलाएं इसी रंग के कपड़े पहनती हैं। वे कलाइयों में हरी चूड़ियां पहनती हैं, हाथों में मेहंदी लगाती हैं, झूले सजाती हैं और नाच-गाना करती हैं। इस त्योहार का व्रत पूरे दिन रखा जाता है और शाम को भगवान शिव और देवी पार्वती की कथाएं सुनने के बाद भोजन करके उपवास तोड़ा जाता है।
अंतर
तीनों तीज के बीच क्या है अंतर?
साल में कुल 3 तीज आती हैं, जिसमें सबसे पहले हरियाली, फिर कजरी और आखिर में हरतालिका तीज मनाई जाती है। सावन के महीने में शुक्ल पक्ष के तीसरे दिन हरियाली तीज आती है। हालांकि, कजरी या बूढ़ी तीज भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। इस साल यह पर्व 12 अगस्त को पड़ रहा है। इसके बाद हरतालिका तीज मनती है, जो 26 अगस्त को पड़ रही है।