क्या आलसी होना भी हो सकता है फायदेमंद? जानिए क्या है नया थेराप्यूटिक लेजीनेस ट्रेंड
क्या है खबर?
हर साल त्वचा की देखभाल, घर की सजावट और फैशन से जुड़े नए-नए ट्रेंड सामने आते हैं। हालांकि, क्या आपने कभी आलस करने के ट्रेंड के बारे में सुना है?
आपको जानकर हैरानी होगी कि 2025 में नींद से जुड़ा एक नया रुझान वायरल हो रहा है, जिसे 'थेराप्यूटिक लेजीनेस' नाम दिया गया है।
यह ट्रेंड सिखाता है कि कैसे आलस करना भी फायदेमंद और चिकित्सकीय हो सकता है। आज हम आपको इस ट्रेंड का मतलब और इसके फायदे बताएंगे।
मतलब
जानिए थेराप्यूटिक लेजीनेस ट्रेंड का मतलब
थेराप्यूटिक लेजीनेस पहले से प्रचिलित 'बेडरौटिंग' ट्रेंड को नया आयाम देती है। इसका मतलब होता है बिना कोई काम किए लंबे समय तक बिस्तर पर बैठे या लेते रहना।
थेराप्यूटिक लेजीनेस तब होती है जब आप देर तक बिस्तर पर लेते हुए जानबूझकर अनुत्पादक व्यवहार करते हैं।
यह खुद की देखभाल करने का एक तरीका है, जिसके दौरान मन को शांत करने के लिए लोग इरादतन कोई काम नहीं करते हैं।
यह तकनीक तनाव पीड़ित लोगों के लिए अच्छी है।
फायदे
इस ट्रेंड को अपनाने से मिलेंगे ये लाभ
सुनने में अजीब लगता है, लेकिन इस ट्रेंड को अपनाने के कई फायदे हो सकते हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि थेराप्यूटिक लेजीनेस से ध्यान, रचनात्मकता और उत्पादकता में सुधार हो सकता है।
सक्रीय जीवनशैली वाले लोग और ऑफिस का काम करने वाले लोग अपने मन को शांत करने के लिए यह ट्रेंड अपना सकते हैं।
रात के वक्त कुछ देर बिना कोई काम किए लेटने से बेहतर नींद आती है और बुरे सपने भी नहीं आते हैं।
नकारात्मक प्रभाव
क्या इसके कोई नकारात्मक प्रभाव होते हैं?
अगर आप बहुत देर तक या बार-बार थेराप्यूटिक लेजीनेस का पालन करते हैं तो यह आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
थोड़े समय के लिए आराम करना मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। हालांकि, लंबे समय तक लेटे रहने से सुस्ती आती है और उत्पादकता व प्रेरणा कम होने लगती है।
इतना ही नहीं, इससे कुछ लोग अवसाद का भी शिकार हो सकते हैं। इसीलिए, कुछ देर आराम करें और बाकि समय काम करते हुए ही बिताएं।
शर्म
आराम करते समय शर्म महसूस करने से कैसे बचें?
कई लोगों को काम करने की ऐसी आदत होती है कि जब भी वे ब्रेक लेटे हैं तो उन्हें शर्म महसूस होती है। ऐसे लोग मानते हैं कि आराम करने से समय बरबाद होता है।
इस मानसिकता से छुटकारा पाने के लिए आराम को नए सिरे से देखना शुरू करें। काम के बीच समय निकालकर आराम करें और काम खत्म करने के बाद आराम करने को प्राथमिकता दें।
इससे आपका काम भी प्रभावित नहीं होगा और आप खुशहाल भी रहेंगे।