गणतंत्र दिवस पर इन 5 जगहों का करें रुख, चढ़ जाएगा देशभक्ति का रंग
क्या है खबर?
भारत इस साल 26 जनवरी को अपना 74वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है।
ऐसे में अगर आप टीवी पर परेड देखने की बजाय कुछ अलग करना चाहते हैं तो शुक्रवार को छुट्टी लें और गुरुवार की सुबह से एक लंबे वीकेंड का आनंद लें।
आइए आज हम आपको पांच ऐसी जगहों के बारे में बताते हैं, जहां जाकर आप यकीनन देशभक्ति के रंग में रंग जाएंगे।
#1
इंडिया गेट और लाल किला (दिल्ली)
हर साल गणतंत्र दिवस पर भव्य परेड इंडिया गेट से गुजरती है और लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। इसलिए इन जगहों पर जाना तो बनता है।
इंडिया गेट एक युद्ध स्मारक है, जो ब्रिटिश भारतीय सेना के 70,000 से अधिक शहीद सैनिकों को सम्मानित करता है।
लाल किला एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है, जिसे राजा शाहजहां ने बनवाया था। इन दोनों को ही दिल्ली का दिल कहा जाए तो गलत नहीं होगा।
#2
वाघा बॉर्डर और जलियांवाला बाग (पंजाब)
पंजाब और पाकिस्तान की सीमा पर स्थित वाघा बॉर्डर एक ऐसा स्थान है, जो 1959 के बाद से हर दिन झंडा उतारने और फहराने के बीटिंग रिट्रीट समारोह के लिए जाना जाता है।
इसके अलावा जलियांवाला बाग भी हर किसी को जाना चाहिए। यह जगह आज भी उन सैकड़ों बेगुनाहों के खून से रंगी हुई हैं, जिनकी साल 1919 में ब्रिटिश अधिकारी जनरल डायर ने बेरहमी से हत्या कर दी थी।
#3
सेलुलर जेल (अंडमान और निकोबार द्वीप समूह)
अंग्रेजों ने भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों को बंद करने के लिए अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में स्थित सेलुलर जेल का इस्तेमाल किया था।
बटुकेश्वर दत्त, योगेंद्र शुक्ला और दीवान सिंह जैसे कई स्वतंत्रता सेनानी इस जेल में बंद रहे थे।
यहां हर शाम एक लाइट एंड साउंड शो उन स्वतंत्रता सेनानियों की याद में आयोजित होता है, जिन्होंने अपने अंतिम दिन यहां कैद में बिताए थे।
#4
साबरमती आश्रम (गुजरात)
गुजरात का साबरमती आश्रम भी एक खूबसूरत जगह है।
साबरमती नदी के तट पर स्थित यह आश्रम साल 1917 से 1930 तक महात्मा गांधी का निवास स्थान था और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के मुख्य केंद्रों में से एक रहा।
आज तक यह शांति और शांति चाहने वालों के लिए एक आध्यात्मिक जगह बना हुआ है। इस जगह पर हर भारतीय को जरूर जाना चाहिए।
#5
झांसी का किला और चौरी चौरा शहीद स्मारक (उत्तर प्रदेश)
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में स्थित झांसी का किला रानी लक्ष्मीबाई की कहानी बयां करता है, जिन्होंने साल 1857 में ब्रिटिश शासन के खिलाफ विद्रोह किया था।
विद्रोह के दौरान इस्तेमाल की गई कड़क बिजली तोप अभी भी किले के परिसर में स्थित है।
स्वतंत्रता संग्राम की याद दिलाने वाली एक और लोकप्रिय जगह गोरखपुर में स्थित चौरी चौरा शहीद स्मारक है। गणतंत्र दिवस के मौके पर यहां का रुख भी जरूर करें।