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ये तनावपूर्ण भावनाएं बढ़ा सकती हैं ब्लड शुगर का स्तर, बन सकती हैं मधुमेह की वजह

ये तनावपूर्ण भावनाएं बढ़ा सकती हैं ब्लड शुगर का स्तर, बन सकती हैं मधुमेह की वजह

लेखन सयाली
Nov 14, 2025
02:46 pm

क्या है खबर?

मधुमेह एक ऐसी बीमारी है, जिसमें ब्लड शुगर का स्तर ज्यादा बढ़ जाता है। यह तब होता है, जब शरीर पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन नहीं बना पाता है। सभी जानते हैं कि सही डाइट न लेने पर यह बीमारी बत्तर हो सकती है। हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कि तनावपूर्ण भावनाओं के कारण भी ब्लड शुगर के स्तर में बढ़ौतरी आ सकती है। आइए ऐसी ही 4 भावनाओं के बारे में जानते हैं।

#1

दबी हुई भावनाएं और गुस्सा

हम में से ज्यादातर लोग अपनी भावनाओं को दबा कर रखते हैं और उन्हें व्यक्त नहीं करते। ऐसे में गुस्सा मन ही मन बढ़ता चला जाता है और अचानक एक दिन फूटता है। भावनाओं को दबाए रखने से शरीर के तंत्रिका तंत्र पर असर पड़ सकता है और चयापचय की कार्यप्रणाली में बदलाव आ सकता है। कुछ शोध बताते हैं कि जिन लोगों को अपना गुस्सा जाहिर करने में दिक्कत होती है, उनमें ग्लूकोज का स्तर ज्यादा होता है।

#2

चिंता और ज्यादा सोचना

इन दिनों जवान लोग भी चिंता का शिकार हो रहे हैं और हर बात के बारे में जरूरत से ज्यादा सोचने लगे हैं। इसकी वजह से भी ब्लड शुगर के स्तर में बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है। चिंता होने पर शरीर में एड्रनैलिन बढ़ जाता है, जिसकी वजह से पाचन स्वास्थ्य प्रभावित होता है और चीनी को पचाने में कठिनाई होती है। इसके परिणामस्वरूप ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है, जो मधुमेह की शुरुआत का संकेत होता है।

#3

तनाव

जो लोग काम-काज, परिवार, रिश्तों और पैसे को लेकर तनाव में रहते हैं, उन्हें मधुमेह का ज्यादा खतरा रहता है। जब शरीर रोजाना तनाव में रहता है तो वह कोर्टिसोल के स्तर को बढ़ा देता है। इसका काम ऊर्जा के लिए ग्लूकोज को रक्तप्रवाह में भेजना होता है। लंबे समय तक इस अवस्था में रहने से इंसुलिन प्रतिरोध हो सकता है, जो मधुमेह का शुरूआती लक्षण होता है। तनाव ब्लड शुगर के स्तर में तेजी से वृद्धि भी लाता है।

#4

अकेलापन

आपको जानकर हैरानी होगी कि अकेले रहने वाले लोगों को भी मधुमेह का खतरा रहता है। अकेलेपन के कारण लोगों को अस्वास्थ्यकर आदतें लग जाती हैं, जिनमें ज्यादा खाना और जंक फूड के आदी हो जाना शामिल होता है। ' इससे ब्लड शुगर का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ जाता है। इसके अलावा अकेलेपन के चलते कोर्टिसोल का स्तर भी बढ़ता है, जो ब्लड शुगर को बढ़ाकर मधुमेह का कारण बन सकता है।