छठ पूजा के दौरान बनते हैं ये 5 पारंपरिक व्यंजन, स्वाद चखकर मन हो जाएगा तृप्त
क्या है खबर?
आस्था का महा पर्व छठ पूजा शुरू हो चुकी है, जो 4 दिनों तक चलती है। यह बिहार का सबसे बड़ा त्योहार है, जो उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल में भी मनता है। इस दिन महिलाएं सूर्य देवता और छठ मईया की पूजा करती हैं और परिवार की सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं। इस साल यह पर्व 25 अक्टूबर से शुरू हो कर 28 अक्टूबर तक चलेगा। इसके उत्सव के दौरान ये 5 पारंपरिक पकवान बनाए जाते हैं।
#1
कद्दू भात
छठ पूजा का पहले दिन 'नहाय-खाय' होता है, जिस दिन कद्दू भात बनाया जाता है। महिलाएं स्नान करने के बाद सात्विक भोजन के रूप में कद्दू, चावल और चने की दाल का सेवन करती हैं। बिहार के लोग लौकी को कद्दू कहते हैं, यानि कि इस दिन कद्दू की जगह लौकी की सब्जी बनती है। कहते हैं कि व्रत शुरू करने से पहले लौकी खाने से शरीर हाइड्रेटेड रहता है, क्योंकि इसमें 90 प्रतिशत पानी होता है।
#2
रसिया
छठ पूजा के आखरी दिन रसिया बनाया जाता है, जिसे प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है। यह एक प्रकार की खीर है, जिसका स्वाद पूजा के बाद और भी बढ़ जाता है। यह व्यंजन नए काटे गए चावल, दूध और गुड़ का उपयोग करके तैयार किया जाता है। लकड़ी या गोबर के चूल्हे पर इस मिठाई को पकाया जाता है और इसमें मेवे मिलाए जाते हैं। इस पकवान की सादगी और स्वाद मन को तृप्त कर देता है।
#3
ठेकुआ
ठेकुआ बिहार की सबसे मशहूर मिठाई है, जिसके बिना छठ पूजा पूरी नहीं हो सकती। इसे बनाने के लिए गुड़ को पानी में मिलाकर पिघला लें और इसमें सूजी डालकर घोल बनाएं। इसमें गेहूं का आटा, सौंफ, बादाम, किशमिश, नारियल, इलायची और घी मिलाकर सख्त आटा गूंध लें। अब आटे को हाथों से मीसकर छोटी-छोटी लोई बना लें और उसपर कांटे की मदद से कोई भी डिजाइन बना लें। कढ़ाई में तेल गर्म करके उसमें ठेकुओं को तल लें।
#4
सूजी का पुआ
सूजी का पुआ भी छठ पूजा की पारंपरिक मिठाई है। यह सख्त पूड़ियां होती हैं, जो अंदर से मुलायम और बाहर से कुरकुरी होती हैं। इसकी रेसिपी की शुरुआत सूजी को पानी में भिगोने से होती है। इसके बाद इसमें चीनी डाली जाती है और उसे तब तक मिलाया जाता है, जब तक वह घुल न जाए। अंत में इसमें घी और दूध मिलाकर बैटर तैयार किया जाता है। कढ़ाई में तेल गर्म करके बैटर को तला जाता है।
#5
तिलकुट
तिलकुट बनाने के लिए सबसे पहले तिल को एक पैन में सूखा भून लें, जब तक उसका रंग हल्का गुलाबी न हो जाए। अब तिल को ब्लेंडर में डालकर दरदरा पीस लें। एक पैन में गुड़ और पानी डालें और इसे पिघलने तक मध्यम आंच पर उबलने दें। अब इसमें तिल का मिश्रण डालकर पेड़े बनाएं और घी गर्म कर लें। एक कुटनी की मदद से इसे कूटें और गोल अकार देकर खाएं।