LOADING...
भारतीय संस्कृति को दर्शाने वाली ये 5 पेंटिंग शैलियां अब हैं पूरी दुनिया में मशहूर
दुनियाभर में मशहूर हैं भारत की ये पेंटिंग शैलियां

भारतीय संस्कृति को दर्शाने वाली ये 5 पेंटिंग शैलियां अब हैं पूरी दुनिया में मशहूर

लेखन सयाली
Jul 29, 2025
10:14 pm

क्या है खबर?

भारत की पेंटिंग की शैलियां देश की समृद्ध संस्कृति और धरोहर को दर्शाती हैं। ये शैलियां न केवल सुंदरता और कला का प्रतीक हैं, बल्कि हमारे इतिहास और परंपराओं को भी जीवित रखती हैं। हर पेंटिंग शैली की अपनी खासियत और तकनीक होती है, जो उसे अनोखा बनाती है। आइए आज हम आपको भारत की 5 प्रमुख पेंटिंग की शैलियों के बारे में बताते हैं, जो दुनियाभर में मशहूर हो गई हैं।

#1

मधुबनी पेंटिंग

मधुबनी पेंटिंग बिहार की एक पारंपरिक पेंटिंग शैली है। इसे मधुबनी जिले में विकसित किया गया था। इस कला में प्राकृतिक रंगों का उपयोग किया जाता है और इसमें हिंदू देवी-देवताओं, कहानियों और ग्रामीण जीवन के दृश्य चित्रित किए जाते हैं। यह कला मुख्य रूप से महिलाएं अपने हाथों से बनाती हैं। मधुबनी पेंटिंग की खासियत उनके चमकदार रंग और जटिल डिजाइन हैं, जो इसे अन्य चित्रकलाओं से अलग बनाते हैं।

#2

वारली पेंटिंग

वारली पेंटिंग महाराष्ट्र की एक आदिवासी पेंटिंग शैली है। इसमें सफेद रंग का उपयोग करके भूरे रंग की मिट्टी पर चित्र बनाए जाते हैं। वारली पेंटिंग में इंसान की आकृतियां, जानवर, पेड़, सूर्य और अन्य प्राकृतिक तत्व शामिल होते हैं। यह कला आदिवासी जीवनशैली, त्योहारों और रीति-रिवाजों को दर्शाती है। वारली पेंटिंग की खास बात उनके सरल और कच्चे डिजाइन हैं, जो आदिवासी संस्कृति की गहराई को व्यक्त करते हैं।

#3

पट्टचित्र कला

पट्टचित्र ओडिशा और पश्चिम बंगाल की एक पारंपरिक पेंटिंग शैली है। इसमें कपड़े या लकड़ी पर चित्र बनाए जाते हैं। पट्टचित्र कला धार्मिक विषयों, लोककथाओं और प्राकृतिक दृश्यों को दर्शाती है। इस कला में चमकदार रंगों का उपयोग होता है और इसमें विस्तृत विवरण शामिल होते हैं। पट्टचित्र कला की खासियत यह है कि इसमें चित्रों के माध्यम से अनोखी कहानियां कही जाती हैं।

#4

कलमकारी पेंटिंग

कलमकारी आंध्र प्रदेश की एक पारंपरिक पेंटिंग शैली है, जिसमें कपड़े पर प्राकृतिक रंगों से चित्र बनाए जाते हैं। कलमकारी पेंटिंग धार्मिक विषयों, महाकाव्यों और ऐतिहासिक दृश्यों को दर्शाती है। इस कला में हाथ से बनी आकृतियां और जटिल डिजाइन शामिल होते हैं। कलमकारी पेंटिंग की खासियत उनके चमकदार रंग और डिजाइन हैं, जो इसे अन्य चित्रकलाओं से अलग बनाते हैं। यह कला भारतीय संस्कृति की गहराई को व्यक्त करती है।

#5

तंजोर पेंटिंग

तंजोर तमिलनाडु की पारंपरिक पेंटिंग शैली है, जिसमें लकड़ी या कपड़े पर सुनहरे रंगों से चित्र बनाए जाते हैं। तंजोर पेंटिंग धार्मिक विषयों, देवी-देवताओं और मंदिर के दृश्यों को दर्शाती है। इस कला में कीमती पत्थरों और सोने का उपयोग किया जाता है। यही कारण है कि यह शैली बाकि सभी चित्रकलाओं से विशेष कहलाती है। इन सभी पेंटिंग शैलियों ने भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और इन्हें दुनियाभर में सराहा जाता है।