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एक-दूसरे से सकारात्मक भावनाएं साझा करने वाले दंपतियों का रिश्ता रहता है मजबूत, अध्ययन में खुलासा

एक-दूसरे से सकारात्मक भावनाएं साझा करने वाले दंपतियों का रिश्ता रहता है मजबूत, अध्ययन में खुलासा

लेखन सयाली
Aug 17, 2025
02:33 pm

क्या है खबर?

कोई भी रिश्ता तभी सफल होता है जब दोनों प्रेमी एक समान प्रयास करते हैं। अगर वे हर दिन एक दूसरे से लड़ते रहते हैं या एक दूसरे को खरी-खोटी सुनाते हैं तो उनके रिश्ते की नीव कमजोर हो जाती है। हालांकि, अब एक नए अध्ययन में कहा गया है कि एक दूसरे से सकारात्मक भावनाएं साझा करने वाले दंपतियों का रिश्ता हमेशा मजबूत बना रहता है। आइए डेटिंग से जुड़े इस अध्ययन के बारे में विस्तार से जानते हैं।

अध्ययन

सकारात्मकता प्रदर्शित करने वाले दंपति रहते हैं ज्यादा खुश

यह शोध 'पर्सनल रिलेशनशिप्स' नाम की पत्रिका में प्रकाशित किया गया था। इसका नाम 'क्या सकारात्मकता प्रतिध्वनि प्रेम का प्रतीक है? विवाहित जोड़ों में सकारात्मकता प्रतिध्वनि के चिह्न प्रेम की विशेषता और अवस्था से संबंधित' है। इसे जोसेलिन लाइ नाम की शोधकर्ता ने अपनी टीम की मदद से पूरा किया। अध्ययन के मुताबिक, जो दंपति ज्यादा सकारात्मकता प्रदर्शित करते हैं, वे स्थायी प्रेम के माप पर अधिक अंक प्राप्त करते हैं।

सकारात्मकता प्रतिध्वनि

जानिए सकारात्मकता प्रतिध्वनि का मतलब

इस अध्ययन के जरिए शोधकर्ता रिश्तों पर सकारात्मकता प्रतिध्वनि का असर देखना चाहते थे। सकारात्मकता प्रतिध्वनि का मतलब होता है 2 लोगों के बीच साझा की गई सकारात्मक भावनाएं। प्रेमी युगल रोजाना की जाने वाली आम गतिविधियों के जरिए सकारात्मकता व्यक्त कर सकते हैं। उदाहरण के लिए एक दूसरे को हंसना, आखों में आखें डालकर बात करना या केवल दिल की बातें साझा करना आदि। इससे ऑक्सीटोसिन बढ़ता है, जिसे प्यार वाला हार्मोन भी कहते हैं।

प्रक्रिया

148 दंपतियों को बनाया गया अध्ययन का हिस्सा

शोधकर्ताओं ने वैवाहिक संतुष्टि और संबंधों की गुणवत्ता को जांचने के लिए किए गए अध्ययन के आंकड़ों का विश्लेषण किया। अध्ययन में मध्यम आयु वर्ग के 148 दंपतियों को शामिल किया गया, जो सैन फ्रांसिस्को खाड़ी क्षेत्र के रहने वाले थे। औसतन, पतियों की आयु 54 साल और पत्नियों की आयु 52 से 53 साल के बीच थी। इन जोड़ों की शादी को औसतन 30 साल हो गए थे।

जांच

दंपतियों से भरवाई गई थी एक प्रश्नावली 

अध्ययन के दौरान, दंपतियों ने एक प्रयोगशाला का दौरा किया और वैवाहिक संघर्ष के बारे में 15 मिनट तक बातचीत की। इसके लगभग डेढ़ साल बाद सभी ने एक प्रश्नावली पूरी की थी। इसमें उन्हें अपने जीवनसाथी का वर्णन करने वाले विशेषणों का चयन करना था। बातचीत के दौरान, प्रतिभागियों की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई थी और उनकी हृदय गतिविधि पर नजर रखने के लिए उन्हें इलेक्ट्रोकार्डियोग्राफी उपकरण पहनाए गए थे।

नतीजे

जानिए इस अध्ययन के नतीजे

शोधकर्ताओं ने प्रत्येक दंपति की सकारात्मकता के स्तर का आकलन करने के लिए उनके वीडियो का विश्लेषण किया। परिणामों से पता चला कि जिन दंपतियों में सकारात्मकता का उच्च स्तर दिखाई दिया, उनमें प्यार भी ज्यादा था। दूसरे शब्दों में, जिन दंपतियों में सकारात्मक भावनात्मक समकालिकता ज्यादा थी, उनका रिश्ता ज्यादा स्थायी था। इससे पता चलता है कि अगर आप अपने रिश्ते को मजबूत रखना चाहते हैं तो एक दूसरे के प्रति सकारात्मक व्यवहार बढ़ाएं।