पपीता ही नहीं इसके बीज भी होते हैं सेहत के लिए फायदेमंद, डाइट में करें शामिल
जो लोग पपीता खाना पसंद नहीं करते हैं, उन्हें बता दें कि इसमें कई ऐसे आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं जो दूसरे फलों में मिलने थोड़े मुश्किल हैं। यह फल इतना गुणकारी है कि इसके बीज तक आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं। जी हां, आपको यह जानकर हैरानी होगी कि पपीते के बीजों का सेवन कई तरह से स्वास्थ्य के लिए लाभदायक सिद्ध हो सकता है। चलिए फिर बीजों के सेवन के फायदे जानते हैं।
कैंसर जोखिमों को कम करने में हैं सहायक
कैंसर एक घातक बीमारी है और पपीते के बीजों का सेवन कुछ हद तक इसके जोखिम को कम करने में फायदेमंद साबित हो सकता है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, पपीते के बीजों में फ्लेवोनोइड तत्व पाया जाता है जो कैंसर से बचाव करने में सहायक हैं। हालांकि ध्यान रखें कि पपीते के बीज कैंसर का पूर्ण इलाज नहीं है, इसलिए समय-समय पर डॉक्टरी जांच और इलाज कराते रहें।
सर्दी और खांसी से दिलाते हैं राहत
सर्दी और खांसी जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में भी पपीते के बीज मदद कर सकते हैं। रिसर्च गेट की वेबसाइज पर प्रकाशित एक शोध इस बात को स्पष्ट करता है कि पपीते के बीजों में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की क्षमता मौजूद होती है। हालांकि इस संबंध में कोई स्पष्ट प्रमाण मौजूद न होने के कारण यह कहना मुश्किल है कि पपीते के बीज इस समस्या में कितने प्रभावी साबित हो सकते हैं।
वजन को नियंत्रित करने में करें मदद
बढ़ते वजन को नियंत्रित करने में भी पपीते के बीज सहायक साबित हो सकते हैं। इस बात की पुष्टि पपीते के बीज के पाउडर से संबंधित एक शोध से होती है। इस शोध में पाया गया था कि पपीते के बीजों के लगभग 1.42 ग्राम पाउडर में वजन कम करने वाली दवा की एक गोली के बराबर वजन को कम करने वाला प्रभाव मौजूद होता है। इसलिए बढ़ते वजन को नियंत्रित करने वाले पपीते के बीजों का सेवन जरूर करें।
हृदय को प्रदान करते हैं सुरक्षा
एक शोध के अनुसार, डाइट में पपीते के बीजों को शामिल करने से हृदय को स्वस्थ रखने में भी मदद मिल सकती है। दरअसल, ये लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन-कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचाकर हृदय रोगों का जोखिम बढ़ाता है। इसके अलावा पपीते के बीजों का सेवन करने से अच्छे कोलेस्ट्रॉल यानि हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन-कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित बनाए रखने में भी मदद मिल सकती है। यह हृदय के लिए लाभकारी हो सकता है।