
जैविक उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है विटामिन-D, अध्ययन में खुलासा
क्या है खबर?
विटामिन-D शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण विटामिन है, जिसकी कमी कई बीमारियों का कारण बन सकती है । यह वजह है कि लोग इसके लिए कुछ मिनट धूप में बैठते हैं या इस विटामिन की पूर्ति के लिए सप्लीमेंट्स लेते हैं।
हाल ही में सामने आए अध्ययन से पता चला है कि विटामिन-D3 के सप्लीमेंट्स लेने से जैविक उम्र बढ़ने की प्रक्रिया में काफी कमी आ सकती है।
आइए इस अध्ययन के बारे में विस्तार से जानते हैं।
जानकारी
जैविक उम्र क्या है?
जैविक उम्र वो उम्र होती है, जो आपके शरीर की कोशिकाओं, ऊतकों और अंगों के स्वास्थ्य को जांचकर नापी जाती है। ये आपकी उस उम्र से कम या ज्यादा हो सकती है, जो जन्मतिथि के अनुसार बताई जाती है।
अध्ययन
1,031 लोगों पर किया गया अध्ययन
अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित इस अध्ययन के लिए 1,031 प्रतिभागियों ने रोजाना 2,000 IU विटामिन-D3 का एक कैप्सूल लिया, उनमें अन्य सप्लीमेंट्स लेने वालों की तुलना में कम DNA क्षति देखी गई।
शोधकर्ताओं ने बताया, "विटामिन-D3 सप्लीमेंट्स शरीर में मौजूद टेलोमेरेस को संरक्षित करने में मदद कर सकते हैं।"
उन्होंने बताया, "टेलोमेरेस DNA और प्रोटीन से बनी संरचनाएं हैं, जो उम्र बढ़ने के साथ सिकुड़ने लगती हैं और लंबे टेलोमेरेस को लंबी उम्र से जोड़ा गया है।"
संरचनाएं
क्रोमोसोम को नुकसान से बचाते हैं टेलोमेरेस
शोधकर्ताओं ने बताया कि टेलोमेरेस क्रोमोसोम (कोशिकाओं में धागे जैसी संरचना) को नुकसान से बचाते हैं। हर बार जब किसी कारणवश कोई कोशिका विभाजित होती है तो टेलोमेरेस थोड़े छोटे हो जाते हैं और जब वे बहुत छोटे हो जाते हैं तो कोशिकाएं ढंग से काम नहीं कर पाती। यह प्रक्रिया उम्र बढ़ने से जुड़ी होती है।
उन्होंने आगे बताया कि विटामिन-D3 सप्लीमेंट्स लेने वाले प्रतिभागियों के टेलोमेरेस लगातार 4 साल तक लेने के बाद 8 गुना तक लंबे थे।
फायदे
कई फायदे प्रदान कर सकता है विटामिन-D सप्लीमेंट
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, विटामिन-D के लाभ सिर्फ कोशिका स्तर तक ही सीमित नहीं हैं। इस सप्लीमेंट को पहले से ही सूजन कम करने और कैंसर समेत ऑटोइम्यून विकारों के जोखिम से जोड़ा गया है। ये कुछ ऐसी स्थितियां हैं, जो उम्र के बिगड़ती हैं।
अध्ययन के प्रमुख लेखक डॉक्टर हैडोंग झून ने कहा, "हमारे निष्कर्ष बताते हैं कि लक्षित विटामिन-D सप्लीमेंटेशन जैविक बुढ़ापे की प्रक्रिया का मुकाबला करने के लिए एक आशाजनक रणनीति हो सकती है।"
नुकसान
अधिक विटामिन-D सप्लीमेंट लेना है नुकसानदायक- डॉक्टर हैडोंग
डॉक्टर हैडोंग ने आगे कहा कि सप्लीमेंट का असर जादुई लगता है, लेकिन इसे लेते समय सावधानी बरतें क्योंकि विटामिन-D सप्लीमेंट के अधिक सेवन से खून में कैल्शियम का निर्माण हो सकता है, जिससे मतली, किडनी स्टोन और अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
शोधकर्ताओं का कहना है कि लोगों को हमेशा अनुभवी डॉक्टर की सलाह अनुसार ही सप्लीमेंट्स लेने चाहिए क्योंकि वे उनकी स्थिति अनुसार सप्लीमेंट्स देते हैं।