22 साल का व्यक्ति केसर बेचकर बना लखपति, जानिए इस मसाले की खेती करने के टिप्स
केसर एक बेशकीमती मसाला है, जो जम्मू-कश्मीर में उगाया जाता है। केसर पृथ्वी पर उपलब्ध सबसे महंगा मसाला है, जिसकी कीमत लगभग 3 लाख रुपये प्रति किलो है। महाराष्ट्र के रहने वाले एक 22 वर्षीय व्यक्ति ने केसर की खेती करके लाखों रुपये कमा लिए हैं। उन्होंने अपने परिवार के रुई के व्यवसाय को बंद होने से बचाने के लिए केसर की खेती शुरू की थी। अगर आप भी घर पर केसर उगना चाहते हैं तो इन टिप्स को अपनाएं।
हर्ष ने इस तरह से महाराष्ट्र में की केसर की खेती
केसर बेचकर लखपति बनने वाले इस व्यक्ति का नाम हर्ष है। भारत में आदर्श तापमान और जलवायु परिस्थितियों के कारण कश्मीर में केसर की व्यापक रूप से खेती की जाती है। महाराष्ट्र की गर्मी में केसर की खेती कर पाना हर्ष के लिए एक चुनौती थी। इसलिए, उन्होंने 15×15 के कमरे में एरोपोनिक्स तकनीक का उपयोग करके नियंत्रित वातावरण में केसर की खेती करना शुरू किया। रोजाना एक गिलास केसर का पानी पीने से आपको ये लाभ मिलेंगे।
नियंत्रित वातावरण स्थापित करें
आपको गर्मी भरे शहरों में केसर उगाने के लिए नियंत्रित वातावरण स्थापित करना जरूरी होता है। कमरे के तापमान को नियंत्रित करने के लिए उसे इंसुलेट करना होता है, जिसके लिए आप थर्मोकोल का उपयोग कर सकते हैं। आपको कश्मीर जैसी जलवायु सुनिश्चित करने के लिए कमरे में कोल्ड स्टोरेज और ह्यूमिडिफायर लगाने की जरूरत पड़ेगी। अंकुरण अवधि के दौरान सितंबर में 15-20 डिग्री और नवंबर से अक्टूबर तक 5-7 डिग्री तापमान बनाए रखना चाहिए।
पौधे खरीदें
आदर्श वातावरण स्थापित करने के बाद केसर के पौधों को खरीदें। आप इन पौधों को कश्मीर से मंगवा सकते हैं या स्वयं जाकर खरीद सकते हैं। केसर की 'मोगरा' विविधता 600 से 800 रुपये प्रति किलो की कीमत पर बिकती है। इनके परिवहन के लिए अतिरिक्त खर्चा करना पड़ सकता है। आप 100 किलोग्राम केसर के पौधों को लगाकर लगभग 30 से 40 ग्राम की उपज प्राप्त कर सकते हैं।
इस तरह से लगाएं केसर के पौधे
केसर के पौधों को उगाने के लिए सबसे पहले पौधों को उनके आकार के अनुसार अलग करें और गंदगी और कीचड़ साफ करें। इसके बाद बैक्टीरिया हटाने के लिए इन्हें नीम के तेल के घोल में डुबोएं। इन्हें कमरे के अंदर पंखे के नीचे रखकर प्राकृतिक रूप से सुखाएं। इन पौधों को अंकुरित होने के लिए ट्रे पर रखें। लकड़ी के बजाय प्लास्टिक की ट्रे को प्राथमिकता दें, क्योंकि इससे फफूंद लगने का खतरा कम होता है।
केसर की छटाई करें
आप साल में एक बार केसर की फसल उगा सकते हैं, क्योंकि इसके जीवन चक्र में 3 पढ़ाव होते हैं-सुप्तावस्था, फूल आना और गुणन अवस्था। केसर अक्टूबर के अंत में कटाई के लिए तैयार हो जाता है। आप केसर क्रोकस से कलंक की छड़ें (फूल की धागे) तोड़ सकते हैं। आपको प्रत्येक फूल से तीन कलंक की छड़ें मिलेंगी। इन्हें एक साफ कपड़े पर रखें और पंखे के नीचे सुखाएं।