दिमागी स्वास्थ्य को बनाएं रखने में मदद करती हैं ये चीजें, रोजाना करें सेवन
क्या है खबर?
आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में बहुत से लोग ऐसे हैं, जो कई दिमागी समस्याओं से जूझ रहे हैं, चाहे वे तनाव हो या फिर डिप्रेशन।
जिनके कारण सोचने समझने की शक्ति कमजोर हो जाती है और व्यक्ति का दिमाग असंतुलित हो जाता है।
इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसा चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके सेवन से आपके दिमाग का स्वास्थ्य संतुलित बना रहेगा।
तो आइए जानें कि वे चीजें कौन सी हैं।
#1
ब्रोकली
ब्रोकली में विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट्स के साथ-साथ फाइबर की काफी मात्रा होती है।
इतना ही नहीं इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन-ई भी पाया जाता है, जो मस्तिष्क को सुचारु रूप से कार्य करने की क्षमता प्रदान करता है।
साथ ही इससे इंसान का दिमाग स्वस्थ रहता है और दिमाग में होने वाली समस्याओं का खतरा भी काफ़ी हद तक कम हो जाता है।
इसलिए नियमित रूप से ब्रोकली का सेवन जरूर करें।
#2
नट्स
काजू, बादाम, अखरोट जैसे नट्स विटामिन-ई और अनसेचुरेटेड फैट के अच्छे स्त्रोत होते हैं।
ऐसा इसलिए है क्योंकि विटामिन-ई दिमाग की समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।
वहीं, अनसेचुरेटेड फैट एसिड दिमाग तक ऑक्सीजन की सप्लाई करने में मदद करता है।
साथ ही ये दो पोषक तत्व दिमागी संतुलन बनाएं रखने में भी मदद करते हैं।
इसलिए रोजाना एक मुट्ठी नट्स का सेवन जरूर करें, क्योंकि ये शरीर के विकास के लिए बेहद फायदेमंद साबित होते हैं।
#3
एवोकाडो
एवोकाडो एक ऐसा पौष्टिक फल है, जिसके सेवन से सेहत को भी फायदा पहुंचता है।
इतना ही नहीं एवोकाडो को एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन-ई का भी अच्छा स्त्रोत माना जाता है, क्योंकि ये पोषक तत्व त्वचा, बाल और मस्तिष्क के विकास में मदद करते हैं।
इसलिए अपनी दैनिक जरूरत को पूरा करने के लिए एक कप एवोकाडो का सेवन जरूर करें।
ऐसा करने से आपको लगभग 21 प्रतिशत विटामिन-ई और कई जरूरी पोषक तत्व प्राप्त होंगे।
#4
मछली
दिमाग के स्वास्थ्य के लिए मछली भी बेहद ही फायदेमंद है, क्योंकि मछली में सैल्मन, ट्राउट और सार्डिन जैसे तत्व मौजूद होते हैं, जो ओमेगा-थ्री फैटी एसिड का निर्माण करने में सहायता प्रदान करते हैं।
ओमेगा-थ्री फैटी एसिड याददाश्त को तेज करने और मूड को बेहतर बनाए रखने में सहायक माना जाता है।
कई शोध के अनुसार, अगर दिमागा में ओमेगा-थ्री की मात्रा संतुलित रूप से सम्मिलित होती है, तो व्यक्ति तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याओं से बचा रहता है।