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नींद परीक्षण से हृदय गति जांचने पर मिलती है गर्भावधि मधुमेह की पहचान में मदद- अध्ययन 

नींद परीक्षण से हृदय गति जांचने पर मिलती है गर्भावधि मधुमेह की पहचान में मदद- अध्ययन 

लेखन सयाली
Jun 23, 2025
09:18 pm

क्या है खबर?

गर्भवती महिलाओं को कई तरह की स्वास्थ्य स्थितियों का सामना करना पड़ता है, जो बच्चे के साथ-साथ उन्हें भी नुकसान पहुंचा सकती हैं। इनमें से एक गंभीर बीमारी है गर्भावधि मधुमेह (GDM), जो लगभग 15 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं को प्रभावित करती है। गर्भवती महिलाओं की GDM की जांच आमतौर पर गर्भावस्था के 24-28 सप्ताह में मौखिक ग्लूकोज सहनशीलता परीक्षण (OGTT) द्वारा की जाती है। हालांकि, अब एक अध्ययन में इसकी पहचान का एक नया तरीका खोजा गया है।

अध्ययन

अमेरिका में किया गया था यह अध्ययन

इस नए अध्ययन से पता चला है कि सरल घरेलू उपकरणों के माध्यम से हृदय गति परिवर्तनशीलता पर नजर रखी जा सकती है। इनके जरिए परीक्षणों से हफ्तों पहले गर्भावधि मधुमेह की पहचान करने में मदद मिल सकती है, जिससे मां और बच्चा दोनों स्वस्थ रह सकते हैं। यह अध्ययन अमेरिका में किया गया था, जिसमें मशीन लर्निंग एल्गोरिथम का उपयोग करके इस बीमारी को पहचाने का नया तरीका खोजने की कोशिश की गई थी।

प्रक्रिया

2,748 गर्भवती महिलाएं रही थीं अध्ययन का हिस्सा

इस अध्ययन के लिए nuMoM2b डाटाबेस में भाग लेने वाली 2,748 अमेरिकी गर्भवती महिलाओं के डाटा का विश्लेषण किया गया था। सभी ने गर्भावस्था के 6 से 15 सप्ताह के बीच घर पर मानकीकृत नींद परीक्षण किए। इसके बाद 24 से 28 सप्ताह में उनके GDM परीक्षण भी किए गए। शोधकर्ताओं ने हृदय गति परिवर्तनशीलता (HRV) का विश्लेषण करने के लिए NIH दिशा-निर्देशों और 3 मशीन लर्निंग मॉडल का उपयोग किया।

नतीजे

क्या रहे अध्ययन के नतीजे?

GDM का निदान ज्यादा उम्र वाली और ज्यादा वजन वाली महिलाओं में आम था, जो गर्भावस्था की शुरुआत में उच्च ब्लड शुगर से पीड़ित थीं। उनके परिवार में मधुमेह का इतिहास होने और उनके एशियाई, अफ्रीकी, हिस्पैनिक, अमेरिकी भारतीय, हवाईयन या बहुजातीय होने की संभावना अधिक थी। NIH दिशा-निर्देश का प्रदर्शन खराब रहा, जिसमें GDM की पहचान 63 प्रतिशत रही। तीनों मशीन लर्निंग मॉडलों ने NIH जोखिम मूल्यांकन प्रोटोकॉल से बेहतर प्रदर्शन किया।

निष्कर्ष

घर पर भी की जा सकती है GDM की जांच

शोधकर्ता कहते हैं, "रातभर के मातृ HRV विशेषताओं का उपयोग GDM के शुरुआती भविष्यवाणियों के रूप में किया जा सकता है।" यह GDM जोखिम मूल्यांकन में HRV का उपयोग करने वाला पहला मॉडल है। यह बेहतर पूर्वानुमान मूल्य के लिए इसे पारंपरिक जोखिम कारकों के साथ जोड़ता है और गैर-आक्रामक उपकरणों का उपयोग करता है। इसे गर्भवती महिलाएं बिना किसी चिंता के घर पर भी कर सकती है और इसके परिणाम भी जल्दी आते हैं।