LOADING...
शिल्पा शेट्टी की टेनिस बॉल वाली एक्सरसाइज है सेहतमंद रहने का मजेदार जरीका, जानिए फायदे

शिल्पा शेट्टी की टेनिस बॉल वाली एक्सरसाइज है सेहतमंद रहने का मजेदार जरीका, जानिए फायदे

लेखन सयाली
Aug 05, 2025
05:56 pm

क्या है खबर?

शिल्पा शेट्टी जैसा फिगर पाना हर महिला का सपना होता है। वह 50 साल की हो गई हैं, लेकिन आज भी बॉलीवुड की सबसे फिट अभिनेत्रियों में से एक हैं। शिल्पा ही इंडस्ट्री में जीरो फिगर का चलन लेकर आई थीं, जिसे बनाए रखने के लिए वह कड़ी मेहनत करती हैं। वह रोजाना योग और एक्सरसाइज करती हैं और डाइट का भी खास ख्याल रखती हैं। अब शिल्पा एक वीडियो में टेनिस बॉल वाली मजेदार एक्सरसाइज करती नजर आई हैं।

वीडियो

इंस्टाग्राम पर साझा किया एक्सरसाइज का वीडियो

शिल्पा ने यह वीडियो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर साझा किया। इसमें वह एब्स को टोन करने का बेहद मजेदार तरीका बता रही हैं। वीडियो में वह पीठ के बल लेटकर और टेनिस बॉल को एक हाथ से दूसरे हाथ में देते हुए अपनी टांगें बारी-बारी से ऊपर-नीचे करती नजर आती हैं। वीडियो के कैप्शन में उन्होंने लिखा, "गेंद आपके पाले में है, अपनी ताकत का उपयोग करें।" साथ ही वह यह एक्सरसाइज करने का तरीका और फायदे भी बताती हैं।

मतलब

क्या होती है टेनिस बॉल एक्सरसाइज?

टेनिस बॉल एक्सरसाइज कई तरह के एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग का संयोजन होती हैं। इन्हें टेनिस बॉल का उपयोग करते हुए ही किया जाता है। ये एक्सरसाइज खासकर पैरों, पीठ और निचले शरीर की मांसपेशियों पर काम करती हैं। इन एक्सरसाइज के जरिए हाथ और आंखों के समन्वय और संतुलन को बेहतर बनाने में भी मदद मिल सकती है। शिल्पा के मुताबिक, इन एक्सरसाइज की मदद से एब्स बनाना आसान हो जाता है।

तरीका

शिल्पा से जानें इस एक्सरसाइज को करने का तरीका

शिल्पा जैसी टेनिस बॉल एक्सरसाइज करने के लिए सबसे पहले एक योग मैट पर पीठ के बल लेट जाएं। अब अपने सिर और पैरों को ऊपर उठाएं और पीठ को मैट पर टिकाकर रखें। अब दोनों पैरों को आगे-पीछे की ओर हिलाते हुए टेनिस बॉल को एक हाथ से दूसरे हाथ में उछालते रहें। शिल्पा कहती हैं कि आपको इस एक्सरसाइज के 3 सत्र करने चाहिए, जिनमें 15 से 20 बार बॉल को उछालना शामिल हो।

फायदे

इस एक्सरसाइज के जरिए मिलेंगे ये लाभ

शिल्पा ने वीडियो के कैप्शन में इस एक्सरसाइज को करने के कुछ फायदे भी बताए हैं। उनके मुताबिक, इससे पेट की मांसपेशियों को टोन करने और मजबूत बनाने में मदद मिल सकती है। साथ ही इसकी मदद से निचले शरीर और हाथ-पैर की ताकत बढ़ाने में भी सहायता मिलती है। इसके नियमित अभ्यास से आपका नियंत्रण और समन्वय बेहतर हो सकता है। इसके अलावा, आपके कोर की सहनशक्ति भी बढ़ सकती है।