पूरे शरीर के लिए बेहतरीन एक्सरसाइज है सैंडबैग ट्रेनिंग
सैंडबैग ट्रेनिंग एक खास वर्कआउट तरीका है, जो शरीर की ताकत और सहनशक्ति को बढ़ाने में मदद करता है। इसमें रेत से भरे बैग का उपयोग किया जाता है, जिससे कई प्रकार की एक्सरसाइज की जाती हैं। यह ट्रेनिंग न केवल मांसपेशियों को मजबूत करती है, बल्कि रोजमर्रा के कामों में भी सहायक होती है। सैंडबैग ट्रेनिंग से आप अपनी फंक्शनल स्ट्रेंथ बढ़ा सकते हैं, जिससे दैनिक गतिविधियों को आसानी से कर सकते हैं।
सैंडबैग स्क्वाट्स करें
सैंडबैग स्क्वाट्स करने से पैरों और कूल्हों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। इसके लिए सैंडबैग को अपने कंधों पर रखें और सामान्य स्क्वाट्स की तरह नीचे बैठें। ध्यान रखें कि आपकी पीठ सीधी होनी चाहिए और घुटने पैर की उंगलियों से आगे न जाएं। जब आप नीचे बैठें तो अपनी एड़ी पर वजन डालें और वापस खड़े होते समय सांस छोड़ें। यह एक्सरसाइज आपके शरीर के निचले हिस्से को ताकतवर बनाता है और संतुलन भी सुधारता है।
सैंडबैग डेडलिफ्ट्स आजमाएं
सैंडबैग डेडलिफ्ट्स करने से पीठ, कूल्हे और पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। इसके लिए सैंडबैग को जमीन पर रखें, फिर घुटनों को मोड़ते हुए इसे उठाएं। ध्यान दें कि आपकी पीठ सीधी रहे और वजन उठाते समय सांस छोड़ें। इसको करते समय अपने पैरों और कूल्हों का उपयोग करें। यह शरीर के मध्य भाग को स्थिरता प्रदान करता है और मांसपेशियों की ताकत बढ़ाता है। इसे नियमित रूप से करने से आप खुद में सुधार देख सकते हैं।
सैंडबैग क्लीन एंड प्रेस करें
सैंडबैग क्लीन एंड प्रेस एक पूरा बॉडी वर्कआउट है, जो ऊपरी और निचले हिस्से दोनों को टार्गेट करता है। इसके लिए सैंडबैग को जमीन से उठाकर छाती तक लाएं, फिर उसे ऊपर की ओर धकेलें। इस प्रक्रिया में आपके कंधे, हाथ और पीठ की मांसपेशियां सक्रिय रहती हैं। इसे करते समय ध्यान रखें कि आपकी पीठ सीधी हो और घुटने मुड़े रहें। यह न केवल ताकत बढ़ाता है बल्कि सहनशक्ति भी सुधारता है।
साइड लंगेस विद सैंडबैग करें
साइड लंगेस विद सैंडबैग करने से जांघों और कूल्हों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। इसके लिए सैंडबैग को छाती के पास पकड़कर खड़े हों, फिर एक पैर बगल में फैलाकर नीचे बैठें। ध्यान दें कि आपकी पीठ सीधी रहे और घुटने पैर की उंगलियों से आगे न जाएं। इस प्रक्रिया को दूसरी तरफ भी दोहराएं। यह व्यायाम न केवल संतुलन सुधारता है बल्कि शरीर के निचले हिस्से की ताकत भी बढ़ाता है।
रोटेशनल थ्रो विद सेंडबैक आजमाएं
रोटेशनल थ्रो विद सेंडबैक करने से पेट और कमर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। इसके लिए खड़े होकर दोनों हाथों से सेंडबैक पकड़ें, फिर उसे एक तरफ घुमाकर फेकें और वापस लाएं। दूसरी तरफ भी यही प्रक्रिया दोहराएं। यह व्यायाम शरीर के मध्य भाग को स्थिरता प्रदान करता है। इस तरह आप अलग-अलग प्रकार के सेंडबैक एक्सरसाइज करके अपनी फंक्शनल स्ट्रेंथ बढ़ा सकते हैं।