
भारतीय महासागर में पाए जाते हैं ये 5 दुर्लभ समुद्री जीव
क्या है खबर?
दुनिया के महासागरों में कई दुर्लभ समुद्री जीव पाए जाते हैं। भारतीय महासागर भी इन महासागरों में से एक है। यह कई दुर्लभ समुद्री जीव का घर है, जो सिर्फ इसी महासागर में पाए जाते हैं। भारतीय महासागर में पाए जाने वाले ये दुर्लभ समुद्री जीव न केवल जैव विविधता का हिस्सा हैं, बल्कि पर्यावरण को भी संतुलित रखते हैं। आइए आज हम आपको ऐसे समुद्री जीवों के बारे में बताते हैं, जो भारतीय महासागर में पाए जाते हैं।
#1
डुगोंग
डुगोंग एक समुद्री जानवर है। यह मुख्य रूप से भारतीय महासागर के तटीय क्षेत्रों में पाया जाता है। डुगोंग शाकाहारी होता है और समुद्र की घास खाता है। यह जानवर धीरे-धीरे तैरता है और अक्सर समूह में देखा जाता है। डुगोंग की संख्या में कमी आ रही है, जिससे इसे संकट में पड़ी प्रजातियों में शामिल किया गया है। इसे बचाने के लिए संरक्षण के प्रयास किए जा रहे हैं।
#2
ब्लू व्हेल
ब्लू व्हेल दुनिया की सबसे बड़ी जीवित प्रजातियों में से एक है। यह भारतीय महासागर में भी पाई जाती है, खासकर दक्षिणी समुद्री क्षेत्रों में। ब्लू व्हेल मुख्य रूप से छोटे झींगा जैसे जीव खाती है। यह विशाल जानवर समुद्र की गहराइयों में रहता है और अक्सर समुद्र सतह पर आता है। ब्लू व्हेल की संख्या में कमी आ रही है, जिससे इसे संकट में पड़ी प्रजातियों में शामिल किया गया है।
#3
हॉक्सबिल सी टर्टल
हॉक्सबिल सी टर्टल भारतीय महासागर के तटीय क्षेत्रों में पाया जाने वाला एक दुर्लभ समुद्री कछुआ है। इसका नाम इसके नुकीले आकार वाले खोल पर आधारित है। यह कछुआ समुद्र की घास और जेलीफिश जैसे खाद्य पदार्थ खाता है। हॉक्सबिल सी टर्टल को बचाने के लिए संरक्षण के प्रयास किए जा रहे हैं क्योंकि इसकी संख्या में कमी आ रही है। विभिन्न संगठनों द्वारा इसके संरक्षण के लिए कोशिशें की जा रही हैं।
#4
मंता रे
मंता रे एक विशाल समुद्री जीव है, जिसे 'मंता रे' कहा जाता है। ये बड़े पंख वाले मछलियों जैसे दिखते हैं और भारतीय महासागर में पाए जाते हैं। मंता रे छोटे जीवों को खाकर अपना भोजन बनाते हैं। ये आमतौर पर समूह में तैरते हैं और समुद्र की सतह पर आते रहते हैं। मंता रे को बचाने के लिए संरक्षण के प्रयास किए जा रहे हैं क्योंकि इसकी संख्या में कमी आ रही है।
#5
हंपबैक डॉल्फिन
हंपबैक डॉल्फिन भारतीय महासागर के तटीय क्षेत्रों में पाई जाने वाली एक दुर्लभ डॉल्फिन है। इनका नाम इनके उभरे हुए पीठ पर आधारित है, जो इन्हें अन्य डॉल्फिन से अलग बनाता है। हंपबैक डॉल्फिन समूह में तैरती हैं और अक्सर समुद्र सतह पर कूदती हुई दिखाई देती हैं, जिससे इन्हें पहचानना आसान होता है। इस प्रजाति को बचाने के लिए संरक्षण के प्रयास किए जा रहे हैं।