राजस्थान: अपने सांस्कृतिक धरोहर के लिए मशहूर हैं ये 5 त्योहार
क्या है खबर?
राजस्थान को अपने शाही अतीत और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर पर गर्व है। राज्य के हर हिस्से में त्योहारों की धूम देखने को मिलती है। इन त्योहारों के दौरान राजस्थान की संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। यहां के त्योहारों में पारंपरिक नाच-गाना, संगीत, हस्तशिल्प और लोक कला का अद्भुत मेल देखने को मिलता है। आइए राजस्थान के पांच ऐसे त्योहारों के बारे में जानते हैं, जो आपको राज्य की संस्कृति से रूबरू कराएंगे।
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सिंगिंग सैंड्स हेरिटेज फेस्टिवल
सिंगिंग सैंड्स हेरिटेज फेस्टिवल राजस्थान के शेखावाटी में मनाया जाता है। यह त्योहार संगीत, नाच-गाना, कला और संस्कृति का अनोखा संगम है। यहां हर साल देश-विदेश से आए कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। इस दौरान मशहूर संगीतकारों के लाइव प्रदर्शन होते हैं और लोकनृत्य का आनंद लिया जा सकता है। इसके अलावा हस्तशिल्प मेले में स्थानीय कारीगरों की कलाकृतियां भी देखी जा सकती हैं।
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कुम्भलगढ़ महोत्सव
कुम्भलगढ़ महोत्सव राजस्थान के ऐतिहासिक स्थलों में से एक कुम्भलगढ़ किले पर आयोजित किया जाता है। यह महोत्सव हर साल नवंबर में होता है और इसमें विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। इस दौरान राजस्थान की पारंपरिक कला, संगीत और नाच-गाना का प्रदर्शन किया जाता है। पर्यटक इस महोत्सव में भाग लेकर राजस्थान की समृद्ध विरासत को करीब से देख सकते हैं। इसके अलावा किले की खूबसूरती भी देख सकते हैं।
#3
कोटा-बूंदी उत्सव
कोटा-बूंदी उत्सव हर साल सर्दियों में मनाया जाता है। यह उत्सव कोटा और बूंदी शहरों के बीच होता है। इसमें विभिन्न प्रतियोगिताएं, संगीत कार्यक्रम, नाच-गाना प्रदर्शन और लोक कला प्रस्तुत की जाती हैं। पर्यटक इस उत्सव में भाग लेकर राजस्थान की समृद्ध विरासत को करीब से देख सकते हैं। इसके अलावा स्थानीय हस्तशिल्प बाजार में खरीदारी भी कर सकते हैं। इस उत्सव का मुख्य आकर्षण पारंपरिक लोकनृत्य और संगीत कार्यक्रम होते हैं।
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बेणेश्वर मंदिर
बेणेश्वर मंदिर डूंगरपुर जिले में मनाया जाने वाला प्रमुख मेला है, जो हर साल फरवरी-मार्च में लगता है। यह मेला आदिवासी समुदाय के लोगों द्वारा आयोजित किया जाता है। इस दौरान आदिवासी अपने पारंपरिक कपड़ों में सज-धजकर मेले में शामिल होते हैं। यहां आने वाले लोग आदिवासी संस्कृति, उनके रीति-रिवाजों और उनके जीवनशैली को करीब से देख सकते हैं। इसके अलावा यहां स्थानीय हस्तशिल्प बाजार में खरीदारी भी की जा सकती है।
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थार महोत्सव
थार महोत्सव बाडमेर में मनाया जाने वाला प्रमुख त्योहार है, जो हर साल मार्च में होता है। यह महोत्सव थार रेगिस्तान की खूबसूरती को देखने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं। इस दौरान संगीत, नाच-गाना, लोक कला प्रस्तुत की जाती हैं। इसके अलावा ऊंटों की दौड़, कठपुतली शो जैसे कई कार्यक्रम होते हैं। इस प्रकार राजस्थान के ये पांच त्योहार अपनी अनोखी विशेषताओं के लिए जाने जाते हैं।