रागी बनाम ओट्स: जानिए किसका सेवन वजन नियंत्रित करने में कर सकता है मदद
क्या है खबर?
रागी और ओट्स दोनों ही पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और वजन को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, दोनों अनाजों में पोषक तत्वों की मात्रा अलग-अलग होती है। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि इनमें से किसका सेवन वजन को नियंत्रित करने में ज्यादा फायदेमंद है। आइए जानते हैं कि रागी और ओट्स में से किसका सेवन वजन को नियंत्रित करने में ज्यादा प्रभावी है।
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रागी के फायदे
रागी कैल्शियम, आयरन और फाइबर का बेहतरीन स्रोत होने के साथ-साथ एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। ये गुण इसे वजन को नियंत्रित करने में असरदार बनाते हैं। रागी में मौजूद फाइबर पाचन क्रिया को ठीक रखता है और लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस करवाता है, जिससे आप ज्यादा खाने से बच सकते हैं। इसके अलावा रागी का सेवन शरीर में हड्डियों की ताकत को बढ़ाने में भी मदद कर सकता है।
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ओट्स के फायदे
ओट्स में फाइबर, प्रोटीन और जरूरी विटामिन और खनिज होते हैं। ये वजन को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। ओट्स में मौजूद फाइबर पाचन क्रिया को ठीक रखता है और लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस करवाता है। इसके अलावा ओट्स का सेवन दिल की सेहत को बढ़ावा दे सकता है। इसके साथ ही यह खून में शक्कर के स्तर को नियंत्रित करने में भी मदद कर सकता है।
चयन
रागी और ओट्स में से किसका चयन करना है बेहतर?
अगर आप वजन को नियंत्रित करने के लिए रागी और ओट्स में से किसी एक का चयन करना चाहते हैं तो ओट्स का चयन करना बेहतर है। हालांकि, अगर आप वजन को नियंत्रित करने के साथ-साथ हड्डियों की ताकत को बढ़ाना चाहते हैं तो रागी का चयन करें। इसके अलावा आप चाहें तो दोनों अनाज को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं, लेकिन इनका सेवन सीमित मात्रा में ही करें।
सेवन
रागी और ओट्स का सेवन कैसे करें?
रागी और ओट्स को डाइट में शामिल करने के कई तरीके हैं। आप इनसे पोहा, उपमा, इडली, डोसा, हलवा, खीर आदि बना सकते हैं। इसके अलावा आप इन्हें स्मूदी, मफिन्स, कुकीज, पैनकेक, ब्रेड आदि में भी शामिल कर सकते हैं। आप चाहें तो इनसे हलवा, खीर, लड्डू और अन्य कई मीठे व्यंजन भी बना सकते हैं। इन सभी व्यंजनों को बनाने के लिए रागी और ओट्स का आटा इस्तेमाल किया जा सकता है।