पुरुषों को पिता बनने के लिए सब्सिडी देने से बढ़ेगी जनसंख्या, चीन के अध्ययन में खुलासा
क्या है खबर?
आम तौर पर भारत समेत अन्य एशियाई देशों में पुरुष घर के काम नहीं करते हैं। वे नौकरी या व्यापर करके पैसा कमाते हैं और उनके घर और परिवार की देखभाल उनकी पत्नियां करती हैं।
हालांकि, चीन अब इस प्रथा को बदलकर अपनी जनसंख्या बढ़ाने की कोशिश में जुटा हुआ है।
दरअसल, चीन में एक अध्ययन किया गया है, जिसमें सुझाव दिया गया है कि पुरुषों को पैसे देने से वे पिता बनने के लिए प्रेरित होंगे और जनसंख्या बढ़ेगी।
अध्ययन
घर के कामों में पुरुषों की भागीदारी बढ़ाने से मिलेगी मदद
इस अध्ययन को फूडन विश्वविद्यालय और हांगकांग विश्वविद्यालय (HKU) के शोधकर्ताओं ने मिलकर पूरा किया है।
इस शोध को करने की इसलिए जरूरत पड़ गई, क्योंकि चीन की जनसंख्या अचानक कम होती जा रही है।
इसके कारण उनके कार्यस्थलों पर युवाओं की कमी होती जा रही है।
अध्ययन के मुताबिक, घरेलू कामों और बच्चों की देखभाल में पुरुषों की भागीदारी को बढ़ावा देने से वैश्विक जन्म दर में आ रही गिरावट को रोका जा सकता है।
सब्सिडी
पुरुषों को सब्सिडी देने पर दिया गया जोर
चीन के अधिकारी पिछले कई सालों से जन्म दर बढ़ाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
शोधकर्ताओं ने कहा है कि केवल माताओं को सब्सिडी देने की तुलना में पिताओं को सब्सिडी देने से दीर्घकालिक प्रजनन क्षमता में बढ़ोतरी हो सकती है।
सब्सिडी का मतलब होता है सरकार द्वारा दिया जाने वाला पैसा। इस अध्ययन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किया गया है, ताकि उन सभी देशों की मदद हो सके, जिनकी जनसंख्या लगातार घटती जा रही है।
प्रक्रिया
23 देशों के आंकड़ों के जरिए पूरा हुआ अध्ययन
इस अध्ययन में 23 देशों के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया था, जिनमें से ज्यादातर देश एशिया के ही थे।
इसमें यह पाया गया कि चीन और अन्य पूर्वी एशियाई देशों में बच्चों की देखभाल का सारा भार महिलाओं पर ही डाल दिया जाता है।
शोधकर्ताओं ने कहा कि महिलाओं को सब्सिडी देने से बदलाव तो आते हैं, लेकिन पुरुषों को सब्सिडी देने से दीर्घकालिक परिवर्तन को बढ़ावा दिया जा सकता है।
इससे वे बच्चे की जिम्मेदारी भी उठाने लगेंगे।
शोधकर्ता
पुरुषों को सब्सिडी देने का फायदा
शोधकर्ताओं ने कहा, "पुरुष बाल देखभाल सब्सिडी से परिवारों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी। इसकी मदद से समय के साथ पुरुष बच्चे पैदा करने के लिए प्रेरित होने लगेंगे और घटती जनसंख्या की समस्या भी हल हो जाएगी।"
शोध से यह भी पता चला कि सेवा क्षेत्र में एक प्रतिशत वृद्धि आने से प्रति महिला जन्म दर में 0.1 प्रतिशत की कमी आती है।
इससे निपटने के लिए सरकार ने पितृत्व अवकाश को 20 से 30 दिन का कर दिया है।
नीति
यह नीति कुछ क्षेत्रों में साबित हुई कारगर
चीन सरकार एक, 2 या 3 बच्चों वाली माताओं के लिए मातृत्व अवकाश को बढ़ाकर 90, 120 और 150 दिन करने वाली है।
इसके अलावा, विवाह अवकाश को 5 दिन से बढ़ाकर 20 दिन किया जाएगा, जिसमें शादी से पहले स्वास्थ्य जांच कराने वालों को 5 अतिरिक्त छुट्टियां दी जाएंगी।
नकद पुरस्कारों के साथ-साथ सब्सिडी वाली नीति चीन के कुछ स्थानों पर सफल हो रही हैं, लेकिन अधिकांश क्षेत्रों में परिणाम अभी भी अस्पष्ट हैं।