इन व्यंजनों के बिना अधूरा है बैसाखी का त्योहार, घर पर जरूर बनाएं
हर साल बड़े उत्साह के साथ पंजाब और हरियाणा में बैसाखी का त्यौहार मनाया जाता है। यह त्योहार किसान अपनी पकी हुई फसल के कटने की खुशी में मनाते हैं। बैसाखी विशेष रूप से ढोल-नगाड़ों पर नाच-गाने के साथ-साथ जायकों का त्योहार है। बैसाखी के व्यंजनों की बात करें तो वे जायके का ऐसा तड़का लगते हैं कि त्योहार का मजा दोगुना हो जाता है। आइए उन व्यंजनों के बारे में जानें, जिनके बिना इस त्योहार का मजा अधूरा है।
छोले-भटूरे
छोले-भटूरे का नाम आते ही मुंह में पानी आना वाजिब है और वैसे भी बात जब पंजाबी खान-पान की हो और छोले-भटूरे न हो, ऐसा तो न मुमकिन है। क्योंकि पंजाब में छोले-भटूरे खासतौर पर पसंद किए जाते हैं। छोले-भटूरे नाश्ता हो या फिर दोपहर का लंच पंजाबी लोग इसे खाना पसंद करते हैं। आप भी इस त्योहार को खास बनाने के लिए छोले-भटूरों को मसालेदार अचार और प्याज के साथ-साथ ठंडी मसाला छाछ के साथ सर्व कर सकते हैं।
कढ़ी-चावल
बैसाखी के खास अवसर पर घर में कढ़ी-चावल न बनें तो त्योहार के जायके में कमी आ सकती है, इसलिए आज इसे बनाना बिल्कुल भी न भूलें। यह डिश पंजाब के स्वादिष्ट व्यंजनों में से एक मानी जाती है। खट्टे दही से बनने वाली इस कढ़ी में जब मसालों का तड़का लगता है तो इसका स्वाद लाजवाब हो जाता है। आप भी पंजाबी कढ़ी को सादे बासमती चावल या फिर लच्छे पराठों के साथ परोस सकते हैं।
खीर
बैसाखी ही नहीं, भारत का हर त्योहार मीठे के बिना अधूरा है। इस मीठे में भी सबसे पहला नाम खीर का आता है। इस भारतीय डेसर्ट खीर को चावल, दूध, सूखे फलों जैसे खुबानी, किशमिश, आड़ू और बादाम, पिस्ता डालकर बनाया जाता है। इस खीर का स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें इलायची और केसर का भी प्रयोग कर सकते हैं। खीर एक ऐसा पकवान है, जिसे कई लोग पसंद करते हैं।
लस्सी और कड़ा प्रसाद
बैसाखी के जायके इन दो व्यंजनों के बिना तो बिल्कुल ही अधूरा है। जहां तक लस्सी की बात है तो बैसाखी के मौके पर पंजाब में ज्यादातर लोग गुलाब और आम से बनी लस्सी बनाना पसंद करते हैं। वहीं, बैसाखी पर फसलों की पूजा करने के लिए घरों में कड़ा प्रसाद बनाया जाता है। कड़ा प्रसाद गुड़ और घी को मिलाकर बनाया जाता है।