LOADING...
वीडियो गेम खेलने से बच्चों की बुद्धि पर पड़ता है सकारात्मक असर, अध्ययन में हुआ खुलासा

वीडियो गेम खेलने से बच्चों की बुद्धि पर पड़ता है सकारात्मक असर, अध्ययन में हुआ खुलासा

लेखन सयाली
Aug 03, 2025
12:51 pm

क्या है खबर?

बच्चों को वीडियो गेम खेलना बेहद पसंद होता है। हालांकि, इस आदत से माता-पिता परेशान रहते हैं और उन्हें रोकने का प्रयास करते हैं। ज्यादा देर तक वीडियो गेम खेलने से समय की बर्बादी होती है, आखें खराब हो सकती हैं या लत लग सकती है। हालांकि, क्या हो अगर हम आपसे कहें कि वीडियो गेम खेलना आपके बच्चे के लिए फायदेमंद हो सकता है? एक अध्ययन के अनुसार, वीडियो गेम खेलने से बच्चों की बुद्धि तेज हो सकती है।

अध्ययन

देर तक वीडियो गेम खेलने से तेज होता है बच्चों का दिमाग

इस अध्ययन को नीदरलैंड, जर्मनी और स्वीडन के शोधकर्ताओं ने मिलकर पूरा किया। इसे उन्होंने साइंटिफिक रिपोर्ट्स नामक पत्रिका में प्रकाशित भी किया। उन्होंने ज्यादा देर तक वीडियो गेम खेलने की आदत को बच्चों की बुद्धिमत्ता में वृद्धि से जोड़ा है। इस गतिविधि से संज्ञानात्मक क्षमताओं में थोड़ा ही अंतर देखा गया, फिर भी यह पर्याप्त था। अध्ययन के मुताबिक, टीवी देखने और सोशल मीडिया का उपयोग करने से बच्चों की बुद्धि पर कोई सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता।

प्रक्रिया

9,855 बच्चों का स्क्रीन टाइम किया गया था रिकॉर्ड

शोधकर्ताओं ने इस ABCD अध्ययन के लिए 9,855 बच्चों के स्क्रीन टाइम की रिकॉर्डिंग का अध्ययन किया था। ये सभी बच्चे अमेरिका के रहने वाले थे और वे 9 या 10 साल के थे। ज्यादातर बच्चों ने बताया कि वे रोजाना ढ़ाई घंटे टीवी या ऑनलाइन वीडियो देखने में, एक घंटा वीडियो गेम खेलने में और आधा घंटा सोशल मीडिया चलाने में बिताते हैं। इसके 2 साल बाद शोधकर्ताओं ने 5,000 से ज्यादा बच्चों का डाटा इखट्टा किया था।

नतीजे

क्या रहे इस अध्ययन के नतीजे?

अध्ययन में शामिल जिन बच्चों ने वीडियो गेम खेलते हुए सामान्य से ज्यादा समय बिताने की बात कबूली, उनकी IQ 2.5 अंकों तक बढ़ गई थी। IQ में वृद्धि जांचने के लिए बच्चों के सामान्य कार्यों के प्रदर्शन पर नजर रखी गई। इसमें पढ़ने की समझ, स्मृति, सोच और आत्म-नियंत्रण पर केंद्रित कार्य शामिल थे। अध्ययन में केवल अमेरिकी बच्चे शामिल थे और वीडियो गेम के प्रकारों के बीच अंतर नहीं किया गया था। फिर भी नतीजे महत्वपूर्ण साबित हुए।

शोधकर्ता

शोधकर्ताओं ने कही ये बात

स्वीडन के कैरोलिंस्का इंस्टीट्यूट के न्यूरोसाइंटिस्ट टोर्केल क्लिंगबर्ग ने कहा, "हमारे परिणाम इस दावे का समर्थन करते हैं कि स्क्रीन टाइम आमतौर पर बच्चों की संज्ञानात्मक क्षमताओं को प्रभावित नहीं करता है। वीडियो गेम खेलने से वास्तव में बुद्धिमत्ता को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है।" इस अध्ययन में केवल एक ही देश के बच्चे शामिल किए गए थे। इसीलिए, शोधकर्ताओं का कहना है कि अभी इस विषय पर और अध्ययन करने की जरूरत पड़ेगी।

अगला कदम

क्या होगा इस अध्ययन के शोधकर्ताओं का अगला कदम?

क्लिंगबर्ग ने कहा, "हमने शारीरिक गतिविधि, नींद, स्वास्थ्य या स्कूल के प्रदर्शन पर स्क्रीन टाइम के प्रभावों की जांच नहीं की है। इसलिए हम इसके बारे में कुछ नहीं कह सकते।" अब शोधकर्ताओं की टीम अन्य पर्यावरणीय कारकों के प्रभावों का अध्ययन करेगी और यह भी देखेगी कि संज्ञानात्मक प्रभाव किस प्रकार बचपन के मस्तिष्क के विकास से संबंधित होता है। साथ ही यह भी पता लगाया जाएगा कि वीडियो गेम कैसे बच्चों की IQ बढ़ाते हैं।