जैतून का तेल बनाम सरसों का तेल: इनमें से किसका चयन है बेहतर?
क्या है खबर?
आजकल मार्केट में कई तरह के कुकिंग ऑयल मौजूद हैं, इसलिए लोग हमेशा इस बात को लेकर असमंजस में रहते हैं कि खाने के लिए कौन-से तेल का इस्तेमाल करना बेहतर रहेगा।
वैसे अब ज्यादातर लोगों का झुकाव जैतून के तेल की ओर बढ़ता जा रहा है, लेकिन क्या यह लंबे समय से खाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सरसों के तेल की जगह ले सकता है?
आइए आज इन दोनों तेल के बीच का अंतर जानते हैं।
गुण
दोनों तेलों में मौजूद अनसैचुरेटेड फैट की मात्रा
हमारे शरीर को अनसैचुरेटेड फैट की आवश्यकता होती है क्योंकि ये हमारे खून में कोलेस्ट्रॉल का स्तर सुधारने, शारीरिक सूजन को कम करने और कई अन्य लाभकारी भूमिकाएं निभाता है।
सरसों के तेल में आमतौर पर 11 प्रतिशत अनसैचुरेटेड फैट होता है, जबकि जैतून के तेल में 13 प्रतिशत अनसैचुरेटेड फैट मौजूद होता है।
इसके अतिरिक्त सरसों के तेल में 21 प्रतिशत ओमेगा फैटी एसिड और जैतून के तेल में केवल 9 प्रतिशत ओमेगा फैटी एसिड होता है।
पोषण
इन तेलों में मौजूद खनिज और विटामिन
खनिज हमारे शरीर की हड्डियों, मांसपेशियों, हृदय और मस्तिष्क को स्वस्थ स्थिति में रखने में मदद करते हैं।
सरसों के तेल में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम, आयरन और पोटैशियम होता है, जबकि जैतून के तेल में आवश्यक विटामिन्स की भरपूर मात्रा मौजूद होती है।
बता दें कि 100 ग्राम जैतून के तेल में महज 1 प्रतिशत पोटैशियम, 1 प्रतिशत कैल्शियम और 0.5 प्रतिशत आयरन होता है।
जानकारी
दोनों तेलों की शेल्फ लाइफ, स्वाद और कीमत
सरसों के तेल की शेल्फ लाइफ 9 से 12 महीने होती है, जबकि जैतून के तेल की शेल्फ लाइफ 20 से 36 महीने तक रहती है।
सरसों के तेल में तेज गंध और स्वाद होता है और यह भोजन को भी तेज स्वाद प्रदान करता है। इसके विपरीत जैतून के तेल में हल्का स्वाद होता है।
इन तेलों की कीमत पर गौर फरमाएं तो सरसों का तेल 80-200 रुपये प्रति लीटर और जैतून का तेल 600-1,000 रुपये प्रति लीटर है।
निष्कर्ष
दोनों तेलों में से किसका चयन करना है सही?
जैतून और सरसों के तेलों से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।
हालांकि, अगर बात इन तेलों में से किसी एक को चुनने की करें तो कीमत, उपलब्धता और स्वास्थ्य लाभों को ध्यान में रखते हुए सरसों का तेल सबसे अच्छा स्वदेशी खाना पकाने का तेल है।
इससे भारतीय व्यंजनों को उम्दा स्वाद भी मिलता है।
अगर आप जैतून का तेल चुनते हैं तो इसकी एक्स्ट्रा वर्जिन किस्म का ही इस्तेमाल करें।