
ज्यादातर ब्रांड्स के टूथपेस्ट में मिले जहरीले पदार्थ, बच्चों के स्वास्थ्य पर डालते हैं असर
क्या है खबर?
टूथपेस्ट दांतों को साफ करने का उत्पाद है, जिसका इस्तेमाल अधिकतर लोग रोजाना करते हैं, लेकिन इसे लेकर हाल ही में हुए एक अध्ययन ने आश्चर्यजनक बात का खुलासा किया है।
अध्ययन से पता चला है कि टूथपेस्ट में सीसा समेत अन्य जहरीले पदार्थ शामिल हो सकते हैं।
सीसा समेत जहरीले पदार्थों का पता लगाने के लिए 51 ब्रांड के अधिकांश टूथपेस्ट पर अध्ययन किया गया, जिसमें बच्चों के टूथपेस्ट भी शामिल थे।
आइए अध्ययन के बारे में जानें।
अध्ययन
लीड सेफ मामा द्वारा किया गया टूथपेस्ट का परीक्षण
लीड सेफ मामा कंपनी द्वारा किए गए परीक्षण में कई ब्रांड में अत्यधिक विषैले सीसा, पारा, कैडमियम और आर्सेनिक जैसे जहरीले पदार्थ पाए गए।
लगभग 90 प्रतिशत टूथपेस्ट में सीसा, 65 प्रतिशत में आर्सेनिक, 50 प्रतिशत में पारा और 25 प्रतिशत में कैडमियम पाया गया।
अमेरिका की संघीय सरकार ने टूथपेस्ट में जहरीले पदार्थों के स्तर की मौजूदगी की कड़ी निंदा की है और कहा कि सीसे के संपर्क का कोई भी स्तर सुरक्षित नहीं है।
बयान
टूथपेस्ट में जहरीले पदार्थों का स्तर चिंताजनक- रुबिन
लीड सेफ मामा की संस्थापक तमारा रुबिन ने कहा, "यह किसी भी तरह से मानवीय नहीं है और एक बड़ा चिंता का विषय है।"
उन्होंने आगे कहा कि सीसा बच्चों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे उनकी किडनियों, हृदय और दिमाग की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है और वे कई बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं।
उन्होंने कहा, "सीसा, पारा, कैडमियम और आर्सेनिक सभी कार्सिनोजन्स (कैंसर का कारण बनने वाले पदार्थ) हैं।"
कंपनियां
टूथपेस्ट कंपनियों ने इस बात को किया नजरअंदाज
पिछले साल रुबिन ने एक्स-रे फ्लोरोसेंस (XRF) लीड डिटेक्शन टूल का इस्तेमाल करके टूथपेस्ट में उच्च स्तर का पता लगाया, जिसके बाद उन्होंने शोधकर्ताओं के साथ क्राउडफंडिंग करके लोकप्रिय ब्रांडों के टूथपस्टों को गहन परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजा।
इस तरीके से पता चला कि अधिकांश टूथपेस्ट में जहरीले पदार्थों का स्तर ज्यादा है।
रुबिन ने बताया कि इस जांच के निष्कर्ष के बावजूद कंपनियों ने अपने टूथपेस्ट में से सीसा जैसे जहरीले पदार्थों को निकालने पर काम नहीं किया।
बचाव
कंपनियों ने किया अपना बचाव
रुबिन ने कहा कि कुछ कंपनियों ने खुद का बचाव किया और कहा कि सीसा पूरे पर्यावरण में अधिक मात्रा में मौजूद है और इससे बचना असंभव है, वहीं कुछ का कहना है कि रुबिन द्वारा पाया गया पदार्थों का स्तर चिंताजनक नहीं है।
रुबिन ने बताया कि केंद्र सरकार ने बच्चों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली चीजों में सीसे जैसे पदार्थों की एक सीमा तय कर रखी है, लेकिन अधिकांश टूथपेस्ट उन सीमाओं को पार कर गए।