सुबह की सैर या शाम की दौड़: हृदय स्वास्थ्य के लिए क्या है बेहतर?
क्या है खबर?
हृदय के स्वास्थ्य के लिए नियमित एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है, लेकिन सवाल यह है कि सुबह की सैर बेहतर है या शाम की दौड़?
दोनों ही विकल्पों के अपने फायदे हैं और यह जानना अहम है कि आपके लिए कौन-सा विकल्प ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।
इस लेख में हम इन दोनों विकल्पों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे ताकि आप अपनी दिनचर्या में सही चुनाव कर सकें।
#1
सुबह की सैर का महत्व
सुबह की सैर से ताजगी मिलती है और दिल मजबूत होता है। सुबह का शांत माहौल मन को शांत रखता है और तनाव कम करता है।
सूरज की पहली किरणें विटामिन-D का अच्छा स्रोत होती हैं, जो हड्डियों को मजबूत करती हैं।
नियमित टहलने से रक्त संचार बेहतर होता है और दिल पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
अगर आप दिनभर ऊर्जा महसूस करना चाहते हैं तो सुबह टहलना एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
#2
शाम को दौड़ने के फायदे
शाम को दौड़ना उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है, जो दिनभर ऑफिस या अन्य कामों में व्यस्त रहते हैं।
शाम का समय शरीर को रिलैक्स करने और मानसिक तनाव दूर करने का मौका देता है।
इस समय दौड़ने से शरीर में एंडोर्फिन नामक हार्मोन रिलीज होता है, जो मूड को बेहतर बनाता है और तनाव कम करता है।
इसके अलावा, शाम को तापमान थोड़ा ठंडा होता है, जिससे दौड़ते समय पसीना कम आता है।
#3
व्यक्तिगत प्राथमिकता का महत्व
एक्सरसाइज का सही समय चुनना आपकी व्यक्तिगत प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है।
कुछ लोग सुबह की ताजगी में टहलना पसंद करते हैं, जबकि अन्य शाम को दौड़कर थकान मिटाना चाहते हैं।
यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि आपका शरीर किस समय पर अधिक सक्रिय महसूस करता है।
अगर आप सुबह जल्दी उठने में सहज नहीं हैं तो शाम का समय आपके लिए बेहतर हो सकता है।
अपनी दिनचर्या और स्वास्थ्य लक्ष्यों के अनुसार सही विकल्प चुनें।
#4
वार्मअप और कूल डाउन एक्सरसाइज जरूर करें
भले ही आप दोनों में से किसी भी एक्सरसाइज को चुनें, उससे पहले वार्मअप और आखिर में कूलडाउन होना न भूलें।
खासकर दौड़ने से पहले वार्मअप करने से मांसपेशियों में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने में मदद मिलती है और शरीर में लचीलापन भी आता है, जिससे किसी भी एक्सरसाइज का जोड़ों पर दबाव नहीं पड़ता।
इसी तरह दौड़ने के बाद कूल डाउन एक्सरसाइज करना जरूरी है। यह हृदय गति में सुधार करने जैसे लाभ दे सकती हैं।