महाशिवरात्रि: पूजा के दौरान भोले बाबा पर भूलकर भी न चढ़ाएं ये वस्तुएं, नहीं मिलेगा फल
क्या है खबर?
महाशिवरात्रि हिन्दू धर्म का महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व है, जो इस साल 26 फरवरी को मनाया जाएगा। यह पावन त्योहार भगवान शिव और माता पार्वती के शुभ विवाह के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
इस दिन श्रद्धालु भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं और श्रद्धापूर्वक व्रत रखते हैं। पूजा के दौरान उन्हें पुष्प और बील्व पत्र आदि चढ़ाए जाते हैं।
हालांकि, कुछ ऐसी वस्तुएं भी हैं, जिन्हें भूलकर भी भोले बाबा पर नहीं चढ़ाना चाहिए। आइए इनके बारे में जानते हैं।
#1
तुलसी
शिवलिंग पर तुलसी की पत्तियां नहीं चढ़ानी चाहिए। शिव पुराण के अनुसार, तुलसी पिछले जन्म में राक्षस जलंधर की पत्नी वृंदा थीं।
भोलेनाथ ने उनके पति जलंधर का वध किया था। इसके बाद, वृंदा को वरदान मिला था कि वह अपने अगले जन्म में तुलसी बनेंगी।
हालांकि, पति की मृत्यु के वियोग में उन्होंने कहा था कि भगवान शिव की पूजा में तुलसी कभी शामिल नहीं होंगी। इसी कारण शिवलिंग पर तुलसी की पत्तियां अर्पित करना अनुचित माना जाता है।
#2
कुमकुम
भगवान शिव को भूलकर भी सिंदूर, रोली या कुमकुम जैसा श्रृंगार का सामान अर्पित नहीं करना चाहिए। ऐसा करना अनुचित इसलिए माना जाता है, क्योंकि यह उनके तपस्वी स्वभाव के विपरीत है।
कुमकुम व रोली के बजाय उनके मस्तक पर भस्म लगाई जाती है, क्यूंकि यह जीवन और भौतिक शरीर की नश्वरता का प्रतीक होती है।
आप पूजा करते समय शिवलिंग पर चंदन भी लगा सकते हैं।
#3
केतकी पुष्प
पुष्प हर पूजा का हिस्सा होते हैं, जिन्हें भोलेनाथ की मूर्ती और शिवलिंग पर चढ़ाया जाता है। हालांकि, बाबा को केतकी पुष्प अर्पित करने से वह नाराज हो जाते हैं।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस फूल को भगवान शिव ने शापित किया था।
इसका कारण यह है कि एक बार ब्रह्मा जी ने ज्योतिर्लिंग के शीर्ष पर पहुंचने का झूठा दावा किया था और केतकी के फूल ने उनकी ओर से झूठी गवाही दी थी।
#4
नारियल पानी
वैसे तो शुभ कार्यों के दौरान नारियल पानी का उपयोग किया जाता है। हालांकि, भोले बाबा की पूजा करते समय ऐसा नहीं किया जाना चाहिए।
इसका कारण यह है कि जब भी किसी भगवान पर नारियल पानी चढ़ता है तो भक्तजन उसे पीते हैं। हालांकि, शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर चढ़ाई गई वस्तुएं निर्मालय होती हैं और उनका सेवन नहीं किया जा सकता।
आप महाशिवरात्रि पर भगवान शिव के इन मंदिरों की यात्रा कर सकते हैं।
#5
काले तिल
कई लोग शिव जी का अभिषेक करते समय दूध या जल में काले तिल भी डाल देते हैं। हालांकि, भोलेनाथ पर कभी भी काले तिल नहीं अर्पित किए जाने चाहिए।
मान्यताओं के अनुसार, इसकी उत्पत्ति शिव जी के मैल से हुई थी। इसी कारण उनकी ही अशुद्धियों को दोबारा उनपर चढ़ाना अशुभ और अनुचित होता है।
आप भोले बाबा के बजाय भगवान विष्णु को तिल अर्पित कर सकते हैं।
आप महाशिवरात्रि पर ये 5 लजीज मिठाइयां बना सकते हैं।