ये हैं दुनिया की सबसे ठंडी जगहें, जानिए कितना रहता है तापमान
ठंड का मौसम आने पर कई लोग थोड़ा सुस्ताने लगते हैं, वहीं कुछ लोग हल्की सी ठंड से इतना डर जाते हैं कि क्या ही कहना। अगर आप इसी श्रेणी में शुमार हैं तो तब आपका क्या हाल होगा जब आप उन जगहों के बारे में जानेंगे जहां का तापमान शरीर को जमा देने वाला होता है। दरअसल, आज हम आपको कुछ इतनी ठंडी जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां का तापमान जानकर ही आप ठिठरने लगेंगे।
रोजर पास, अमेरिका
अमेरिका के मोंटाना में मौजूद रोजर पास नामक जगह खासकर अपने ठंडे वातावरण और अलास्का के बाहर सबसे ठंडी जगह होने के कारण बेहद प्रसिद्ध है। वैसे तो यह जगह हरियाली से घिरी हुई है, लेकिन फिर भी हम मे से कोई यहां नहीं रहना चाहेंगे, क्योंकि रोजर पास का तापमान होश उड़ा देने वाला होता है। 1954 में तो सारी हदें ही पार हो गई और इस जगह का सबसे कम तापमान -57 डिग्री सेल्सियस मापा गया था।
स्नैग, कनाडा
कनाडा के युकोण में मौजूद स्नैग एक गांव का नाम है, जहां का तापमान बहुत कम रहता है। इस गांव मे साल 1947 को वैसा तापमान मापा गया जिसने इसे दुनिया के सबसे ठंडे स्थानों में काफी ऊपर ला खड़ा कर दिया, इसलिए यहां जाना किसी के बस की बात नहीं है। दरअसल, साल 1947 में स्नैग में लगभग -81.4 डिग्री फारेनहाइट का तापमान मापा गया जो कि लगभग -63 डिग्री सेल्सियस होता है।
माउंट मेकिनली, अलास्का
अलास्का में मौजूद माउंट मेकिनली उत्तरी अमेरिका की सबसे ऊंची पर्वत श्रंखला है, जो दुनिया की सबसे ठंडी जगह में से एक है। यह पर्वत श्रंखला काफी ऊंची है और आपको पता होना चाहिए कि हम पृथ्वी की सतह से जितना ऊपर जाते हैं तापमान उतना ही कम होता जाता है। यह समुद्री स्तर से लगभग 20,310 फिट ऊपर है, तो अब आप समझ ही गए होंगे कि यह जगह कितनी ठंडी है।
वोस्तोक रिसर्च स्टेशन, अंटार्कटिका
यह एक रूसी रिसर्च सेंटर है जिसे 1957 मे यहाँ पर स्थापित किया गया था, जहां तापमान को कूदरती तापमान माना जाता है। साल 1983 को यहां एक ऐसा तापमान रिकॉर्ड किया गया जो शायद ही इस से पहले कभी किया गया। जुलाई 1983 में यहां का न्यूनतम तापमान -128.26 डिग्री फारेनहाइट जो कि लगभग -88.2 डिग्री सेल्सियस होता है। यह उन जगहों मे से है जहां कोई भी इंसान जिंदा नही रह सकता है।