
कसरत दिनचर्या में प्लैंक एक्सरसाइज शामिल हैं? जानें इसके अभ्यस से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
क्या है खबर?
प्लैंक एक बेहतरीन एक्सरसाइज है, जो आपके शरीर को मजबूत और संतुलित बना सकता है।
यह खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो अपनी कोर मांसपेशियों को मजबूत करना चाहते हैं, लेकिन सही तरीके से प्लैंक करना जरूरी है क्योंकि इसकी गलत मुद्रा से चोट लग सकती है।
आइए आज हम आपको कुछ ऐसी टिप्स देते हैं, जिन्हें अपनाकर आप सही प्लैंक मुद्रा बना सकते हैं।
#1
शरीर को सीधा रखें
प्लैंक करते समय सबसे जरूरी बात यह है कि आपका शरीर सीधा रहे। सिर से लेकर एड़ी तक एक सीधी रेखा होनी चाहिए।
अगर आपकी पीठ झुक जाती है या कूल्हे ऊपर उठ जाते हैं तो इससे आपकी मांसपेशियों पर गलत दबाव पड़ सकता है और चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है।
इसलिए ध्यान दें कि आपका पेट अंदर की ओर खिंचा हुआ हो और पीठ बिल्कुल सपाट हो।
#2
हाथों की स्थिति का ध्यान रखें
हाथों की स्थिति भी प्लैंक में बहुत अहम होती है।
आपके हाथ कंधों के ठीक नीचे होने चाहिए ताकि वजन समान रूप से बंट सके।
अगर हाथ आगे या पीछे होते हैं तो इससे कंधों पर ज्यादा दबाव पड़ सकता है और दर्द हो सकता है। इसलिए हमेशा सुनिश्चित करें कि आपके हाथ सीधे नीचे हों और उंगलियां फैली हुई हों।
#3
सांस लेना न भूलें
प्लैंक करते समय सांस लेना न भूलें क्योंकि कई लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं और जल्दी थकान महसूस करने लगते हैं।
जब आप प्लैंक में हों तो नियमित रूप से गहरी सांस लें और छोड़ें। इससे आपके शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन मिलेगी और आप इस स्थिति में लंबे समय तक रह सकेंगे।
यह न केवल आपकी सहनशक्ति बढ़ाएगा बल्कि तनाव भी कम करेगा, जिससे आप ज्यादा समय तक बिना थके प्लैंक कर पाएंगे।
#4
पैरों की दूरी का ध्यान रखें
प्लैंक करते समय आपके पैरों की दूरी का ध्यान रखना जरूरी है।
पैर जितने पास होंगे, संतुलन बनाए रखना उतना ही कठिन होगा, लेकिन इससे आपकी कोर मांसपेशियों पर अधिक काम होगा।
वहीं पैर थोड़े दूर रखने से संतुलन बनाना आसान होता है, लेकिन चुनौती कम हो जाती है।
शुरुआत में पैरों को थोड़ा दूर रखकर अभ्यास करें और धीरे-धीरे उन्हें पास लाकर संतुलन बनाने की कोशिश करें।
#5
समय सीमा निर्धारित करें
शुरुआत में ज्यादा देर तक प्लैंक करने का प्रयास न करें क्योंकि इससे मांसपेशियों पर अधिक दबाव पड़ सकता है और चोट लग सकती है।
सबसे पहले छोटे-छोटे अंतराल जैसे 20-30 सेकंड से शुरू करें और धीरे-धीरे इसे बढ़ाएं जब तक कि आप आरामदायक महसूस न करने लगें।
ऐसा करने से आपकी सहनशक्ति बढ़ेगी और आप बिना किसी परेशानी के लंबे समय तक इस एक्सरसाइज का लाभ उठा पाएंगे।