केराटिन बानम बोटॉक्स: जानिए दोनों हेयर ट्रीटमेंट के फायदे और नुकसान
केराटिन और बोटॉक्स दो सबसे लोकप्रिय हेयर ट्रीटमेंट हैं, जो बालों में कोमलता और चमक लाने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, दोनों ट्रीटमेंट का बालों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है और प्रत्येक के अपने फायदे और नुकसान हैं। अगर आप इन ट्रीटमेंट के बीच का अंतर जानना चाहते हैं तो आइए आपको केराटिन और बोटॉक्स के बारे में विस्तार से जानते हैं ताकि आप समझ सकें कि इनका चयन करना चाहिए या नहीं।
केराटिन क्या है और इसके फायदे?
केराटिन हेयर ट्रीटमेंट एक सेमी-परमानेंट हेयर स्ट्रेटनिंग ट्रीटमेंट है। यह रासायनिक प्रक्रिया केराटिन (बालों में पाया जाने वाला एक रेशेदार प्रोटीन) की कमी को पूरा करके बालों को मुलायम और चमकदार बना सकती है। आपके बालों के प्रकार, लंबाई, बनावट और मोटाई के आधार पर केराटिन हेयर ट्रीटमेंट करवाने में 1-2 घंटे का समय लग सकता है। यहां जानिए केराटिन ट्रीटमेंट करवाने के बाद बालों की देखभाल के लिए प्रभावी तरीके।
केराटिन हेयर ट्रीटमेंट के नुकसान
केराटिन ट्रीटमेंट के दौरान हीट स्टाइलिंग टूल्स का अधिक इस्तेमाल होता है तो इससे आपके बालों के क्यूटिकल्स को नुकसान पहुंच सकता है। कुछ केराटिन ट्रीटमेंट फॉर्मलाडेहाइड मुक्त होने का दावा करते हैं, लेकिन यह सच नहीं हो सकता है। इसलिए इसका पता लगाने के लिए किसी विशेषज्ञ की राय लें कि आपके बालों के प्रकार के लिए फॉर्मलाडेहाइड कितना सुरक्षित है। गर्भवती महिलाएं यह ट्रीटमेंट लेने से बचें क्योंकि इससे उन्हें काफी नुकसान पहुंच सकता है।
बोटॉक्स ट्रीटमेंट में क्या होता है?
बोटॉक्स एक रसायन मुक्त हेयर ट्रीटमेंट है, जो बालों को गहराई से मॉइश्चराइज करके स्वस्थ, मुलायम और चमकदार बना सकता है। इसके लिए हेयरड्रेसर पहले आपको बालों को शैंपू से साफ करेगा, फिर उन पर हेयर बोटॉक्स सॉल्यूशन का इस्तेमाल करें। लगभग 45 मिनट तक सॉल्यूशन को बालों में छोड़ने के बाद वह आपके बालों को सल्फेट मुक्त शैंपू से धोकर उन्हें ब्लो-ड्राई करेगा। यह ट्रीटमेंट घुंघराले बालों को सीधा करने का अच्छा विकल्प हो सकता है।
बोटॉक्स ट्रीटमेंट के दुष्प्रभाव
बालों पर बोटॉक्स के दुष्प्रभाव कम हैं, जिनमें से एक यह है कि इस ट्रीटमेंट के बाद पहले सप्ताह तक बाल चिपचिपे दिख सकते हैं। इससे निपटने के लिए हेयरड्रेसर की सलाह अनुसार ड्राई शैंपू का इस्तेमाल करें। इसका एक अन्य दुष्प्रभाव यह है कि आपको अपने स्कैल्प पर थोड़ी खुजली का अनुभव भी हो सकता है। यह सामान्य है और कुछ दिनों के बाद ठीक भी हो जाएगी।
केराटिन या बोटॉक्स, इनमें से किसका चयन करना चाहिए?
कोराटिन और बोटॉक्स, दोनों ही ट्रीटमेंट के फायदे समान है, लेकिन केराटिन के लिए बालों पर काफी ज्यादा हीट स्टाइलिंग टूल्स का इस्तेमाल किया जाता है। इससे बालों के टूटने और उनके खराब होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। दूसरी ओर बोटॉक्स के लिए बालों पर किसी तरह के केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जाता, इसलिए केराटिन की बजाय बोटॉक्स को चुनना बेहतर हो सकता है। हालांकि, बोटॉक्स का असर बालों पर 2-4 महीने तक रहता है।