कई गुणों से भरपूर होता है जायफल, सेवन से मिलते हैं ये फायदे
खाना बनाते समय कई ऐसे मसालों का इस्तेमाल किया जाता है जो स्वाद के साथ-साथ पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इन्हीं मसालों में से एक है जायफल। इस मसाले का इस्तेमाल स्वास्थ्य लाभ के लिए हजारों वर्षों से किया जाता रहा है। यह कई पोषक तत्वों से समृद्ध होता है और इसमें एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-ऑक्सीडेंट जैसे प्रभावी गुण पाए जाते हैं। आइए जायफल के मुख्य फायदे जानते हैं।
अनिद्रा से दिलाता है राहत
सोने की कोशिश करना और कोशिश करने के बाद भी नींद न आना इंसोमेनिया यानि अनिद्रा (नींद न आने की समस्या) के लक्षण हो सकते हैं। हालांकि अगर आप अपनी डाइट में जायफल को शामिल करते हैं तो आप इस समस्या से जल्द राहत पा सकते हैं। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, इसमें मेलाटोनिन नामक एक खास तत्व होता है जो नींद में सुधार करने का काम कर सकता है।
गठिया की समस्या से राहत दिलाने में है सक्षम
जायफल का सेवन गठिया की समस्या से राहत दिलाने में भी सहायक हो सकता है। NCBI की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, जायफल में एंटी-आर्थराइटिस और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। ये गुण गठिया से बचाव और इसके कारण पैरों में आई सूजन को कम करने में काफी मदद कर सकते हैं। गठिया से राहत पाने के लिए रोजाना आधी चम्मच जायफल के चूर्ण का सेवन करना फायदेमंद साबित हो सकता है।
कैंसर के जोखिम को कम करने में है मददगार
NCBI की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, जायफल का सेवन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के जोखिमों को कम करने में सहायक है क्योंकि इसमें कीमोप्रोटेक्टिव और एंटी-कैंसर गुण मौजूद होते हैं। ये गुण स्तन, कोलन, प्रोस्टेट और फेफड़ों के कैंसर को बढ़ने और इनके विस्तार को रोकने में कुछ हद तक मददगार हो सकते हैं। हालांकि कैंसर रोगियों के लिए पहली प्राथमिकता डॉक्टरी जांच होनी चाहिए क्योंकि जायफल कैंसर का इलाज नहीं है।
मधुमेह के स्तर को नियंत्रित करने में है सहायक
खून में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ने से मधुमेह का खतरा उत्पन्न होता है। इस बीमारी के स्तर को नियंत्रित रखने में जायफल का सेवन फायदेमंद हो सकता है। NCBI की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, जायफल में एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं जो रक्त में मौजूद ग्लूकोज की मात्रा को कम करने में मदद कर सकते हैं। ये गुण मधुमेह के स्तर को नियंत्रित करने में फायदेमंद साबित हो सकते हैं।