अपनी दिनचर्या में शामिल करें जापानी वॉकिंग, जानिए इसे करने का तरीका और फायदे
क्या है खबर?
सेहतमंद रहने के लिए कोई न कोई शारीरिक गतिविधि करना जरूरी होता है। इससे शरीर सक्रीय रहता है, मांसपेशियां मजबूत होती हैं और बीमारियां नहीं लगतीं। ज्यादातर लोग एक्सरसाइज करने के लिए वाॅक पर जाना यानि पैदल चलना पसंद करते हैं। इस एक्सरसाइज के कई प्रकार होते हैं, जिनमें से एक है 'जापानी वाॅकिंग'। आज के लेख में हम इसी के बारे में बात करेंगे और जानेंगे की इससे हमें क्या फायदे मिल सकते हैं।
विवरण
क्या होती है जापानी वाॅकिंग?
जापानी वाॅकिंग का ट्रेंड सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसके बाद कई लोग इसे अपनाने लगे हैं। इसे अंतराल में चलने का जापानी तरीका भी कहा जाता है। इसके दौरान लगातार चलते रहने के बजाय अपनी गति बदलकर चलना शामिल होता है। इसमें सबसे पहले कुछ देर तेज चलना होता है, फिर धीरे चलना होता है और इसी पैटर्न को दोहराते रहना होता है। इसे 2007 में प्रोफेसर हिरोशी नोज और शिजोउ मसुकी ने शुरू किया था।
तरीका
जानिए जापानी वाॅकिंग करने का तरीका
इस एक्सरसाइज को करने का तरीका सरल है, जिसमें तेज और धीरे चलने का संयोजन बैठना होता है। जब आप चलने की शुरुआत करें तो पहले 3 मिनट अपनी गति को तेज रखें। इसके बाद अगले 3 मिनट तक धीरे-धीरे पैदल चलें। इसी पैटर्न को बार-बार दोहराते रहें, जब तक 30 से 40 मिनट न हो जाएं। तेज अंतराल के अंत में आपको हृदय गति में वृद्धि महसूस होनी चाहिए और धीमी गति के अंत तक आराम महसूस होना चाहिए।
#1
हृदय स्वास्थ्य में होता है सुधार
इस एक्सरसाइज को नियमित रूप से करने वाले लोगों का दिल का स्वास्थ्य दुरुस्त रहता है। इसमें अंतराल के माध्यम से हृदय गति को बढ़ाकर और घटाकर दिल को मजबूत बनाया जा सकता है। इससे ब्लड प्रेशर कम करने में मदद मिलती है और हृदय की कार्यक्षमता में सुधार होने लगता है। साथ ही इसे करने से हृदय रोग का खतरा भी कम हो जाता है। जानिए इंटरनेट पर चर्चित कलर वाकिंग क्या होती है।
#2
घटता है वजन
ज्यादातर लोगों का पैदल चलने का लक्ष्य वजन घटाना होता है। यह एक्सरसाइज भी आपको पतला होने में मदद कर सकती है। इसके दौरान तेज गति से चलने से कैलोरी जलाने में मदद मिलती है। वहीं, धीरे चलते समय चयापचय उच्च रहता है और वसा जलाने की प्रक्रिया तेज होती है। जापान में किए गए अध्ययन से सामने आया है कि जापानी वाकिंग करने वाले प्रतिभागियों ने केवल मध्यम गति से चलने वालों की तुलना में ज्यादा वसा जलाई थी।
#3
बढ़ती है सहनशक्ति
बार-बार तेज और धीमी गति से चलने के बीच बदलाव करने से आपकी सहनशक्ति बढ़ सकती है। इससे आपके शरीर को जल्दी रिकवर होने और लंबे समय तक शारीरिक गतिविधि करने के लिए प्रशिक्षित किया जा सकता है। समय के साथ इसकी मदद से आपकी शारीरिक क्षमता और ऊर्जा भी बढ़ जाएगी और आप ज्यादा देर तक जापानी वाकिंग कर सकेंगे। इतना ही नहीं, इसकी मदद से निचले शरीर की ताकत भी बढ़ जाती है।