सर्दियों में बुजुर्गों का इस तरह से रखें ध्यान, नहीं होगी स्वास्थ्य से जुड़ी दिक्कतें
क्या है खबर?
सर्दियों के दौरान बुजुर्गों को ठंड और इससे होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं का सबसे अधिक खतरा होता है। इसका मुख्य कारण है कि बुजुर्गों का शरीर तापमान को नियंत्रित करने की क्षमता खो देता है। इसके अतिरिक्त बुजुर्गों के शरीर में चर्बी और मांसपेशियों की मात्रा कम होती है। इसलिए वे गर्मी को कम प्रभावी तरीके से उत्पन्न कर पाते हैं। आइए आज हम आपको बुजुर्गों का ख्याल रखने के लिए पांच तरीके बताते हैं।
#1
घर के तापमान को करें नियंत्रित
सर्दियों में बुजुर्गों के कमरे का तापमान नियंत्रित करना बहुत जरूरी है। इसके लिए घर में हीटर का इस्तेमाल करें। हालांकि, हीटर का तापमान इस तरह से सेट करें कि वह 70 डिग्री फारेनहाइट से कम हो। इसके अतिरिक्त घर में नमी को कम करने के लिए नमी हटाने वाले यंत्र का इस्तेमाल करें और एयर प्यूरीफायर भी घर में जरूर लगाएं।
#2
गर्म कपड़े पहनाएं
सर्दियों में बुजुर्गों को गर्म कपड़े पहनाना भी जरूरी है क्योंकि बुजुर्गों की त्वचा की बाहरी परत पतली होती है, जिससे वे ठंड और संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाते हैं। बुजुर्गों को गर्म रखने के लिए ऊनी कपड़े जैसे स्वेटर, मोजे, टोपी और दस्ताने पहनाएं। इसके अतिरिक्त गर्म रखने के लिए गर्म और भारी कंबल का इस्तेमाल करें।
#3
पोषक तत्वों से भरपूर आहार दें
बुजुर्गों को पोषक तत्वों से भरपूर आहार देना भी जरूरी है। इसके लिए उन्हें अधिक से अधिक फल और सब्जियां दें क्योंकि इनमें मौजूद विटामिन और खनिज बुजुर्गों को संक्रमण से सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त उन्हें दूध और दही जैसे डेयरी उत्पादों का सेवन कराएं क्योंकि ये हड्डियों को मजबूती देने के साथ-साथ पाचन क्रिया को भी स्वस्थ रखते हैं।
#4
हाइड्रेटेड रखें
ठंड के कारण बुजुर्गों को प्यास नहीं लगती है और वे पानी का सेवन करने से बचते हैं। ऐसे में उन्हें पानी की कमी के जोखिमों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए उन्हें रोजाना 8 से 10 गिलास पानी जरूर पिलाएं। इसके अतिरिक्त नारियल पानी, ताजे फलों का रस और छाछ जैसी पेय पदार्थों का भी सेवन करवाएं। साथ ही उन्हें सूप और दाल जैसी चीजें भी खिलाएं क्योंकि इनमें भी पानी की मात्रा होती है।
#5
धूम्रपान और शराब से दूर रखें
धूम्रपान और शराब का सेवन करने से बुजुर्गों को सर्दियों में निमोनिया होने का खतरा अधिक रहता है। इसलिए घर के सदस्यों को धूम्रपान और शराब पीने से मना करें। इसके अतिरिक्त अगर कोई बुजुर्ग धूम्रपान या शराब का आदी है तो उसे धीरे-धीरे इनसे छुड़ाने की कोशिश करें क्योंकि इनसे सांस की समस्या, निमोनिया और अन्य संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।