जानिए हैंगिंग लेग रेज का अभ्यास और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
हैंगिंग लेग रेज एक असरदार एक्सरसाइज है, जो आपके कोर मसल्स को मजबूत और टोन करने में मदद करता है। यह एक्सरसाइज न केवल आपके एब्स को टार्गेट करता है, बल्कि आपकी कमर और हिप फ्लेक्सर्स को भी मजबूती देता है। इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे हैंगिंग लेग रेज किया जाता है, इसके क्या फायदे हैं और इसे सही तरीके से कैसे करें।
सही फॉर्म का महत्व
हैंगिंग लेग रेज करते समय सही फॉर्म का पालन करना बहुत जरूरी होता है। सबसे पहले एक पुल-अप बार पर अपने हाथों से लटकें। आपके हाथ कंधे की चौड़ाई पर होने चाहिए। अब धीरे-धीरे अपने पैरों को सीधा रखते हुए ऊपर उठाएं जब तक कि वे 90 डिग्री के कोण पर न आ जाएं, फिर धीरे-धीरे पैरों को नीचे लाएं और प्रारंभिक स्थिति में लौटें। इस प्रक्रिया के दौरान अपनी पीठ सीधी रखें और झटके से बचें।
सांस लेने की तकनीक
सांस लेने की सही तकनीक भी इस एक्सरसाइज में अहम भूमिका निभाती है।। जब आप अपने पैरों को ऊपर उठा रहे हों, तब धीरे-धीरे सांस छोड़ें और जब आप उन्हें नीचे ला रहे हों, तब गहरी सांस लें। यह तकनीक न केवल आपको अधिक स्थिरता प्रदान करती है बल्कि आपकी मसल्स पर अधिक प्रभाव डालती है। सही तरीके से सांस लेने से आपकी कोर मसल्स मजबूत होती हैं और चोट लगने का खतरा भी कम होता है।
नियमितता का महत्व
कोई भी एक्सरसाइज तभी असरदार होता है जब उसे नियमित रूप से किया जाए। हैंगिंग लेग रेज़ भी इसका अपवाद नहीं है। इसे सप्ताह में कम से कम तीन बार करें ताकि आपको बेहतर परिणाम मिल सकें। शुरुआत में 10-12 रेप्स करें और धीरे-धीरे इसे बढ़ाएं। इसके साथ ही, अपने शरीर को आराम देना भी जरूरी है ताकि मसल्स को रिकवरी का समय मिल सके और आप चोट से बच सकें।
एक्सरसाइज के लाभ
हैंगिंग लेग रेज सिर्फ आपके एब्स ही नहीं बल्कि पूरे शरीर के लिए फायदेमंद होता है। यह आपकी ग्रिप स्ट्रेंथ बढ़ाता है, जिससे आपके हाथों की मसल्स भी मजबूत होती हैं। इसके अलावा यह एक्सरसाइज आपकी बॉडी पॉश्चर सुधारने में मदद करता है और बैलेंस सहित स्टेबिलिटी बढ़ाता है। इस प्रकार हैंगिंग लेग रेज एक संपूर्ण व्यायाम हो सकता है, जो आपके फिटनेस लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर सकता है।