
कृष्ण जन्माष्टमी: इस अवसर पर लड्डू गोपाल के लिए घर को ऐसे सजाएं
क्या है खबर?
भगवान विष्णु के आठवें रूप श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के तौर पर कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है, जो इस साल 16 अगस्त को है। इस अवसर पर लोग श्री कृष्ण के बाल रूप की पूजा करते हैं और उनके जन्मोत्सव के लिए अपने घर समेत पूजा स्थल को सजाते हैं। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताते हैं, जिन्हें आजमाकर आप अपने घर और पूजा स्थल को जन्माष्टमी के लिए सजा सकते हैं।
#1
रंगोली बनाएं
जन्माष्टमी पर अपने घर के बाहर और आंगन में रंगोली बनाना शुभ माना जाता है। आप इसके लिए पारंपरिक फूलों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इसके अलावा आप चाहें तो रंगोली पाउडर से भी रंगोली बना सकते हैं। अगर आपके पास ज्यादा समय नहीं है तो आप मार्कर पेन से भी रंगोली बना सकते हैं। इसके लिए पहले सफेद रंग से घर के बाहर या आंगन में एक चौकोर या आयताकार आकृति बनाएं, फिर इसमें रंग भरें।
#2
फूलों की मालाएं बनाएं
जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल को फूलों की माला पहनाना शुभ माना जाता है। आप अपने पसंदीदा फूलों से लड्डू गोपाल के लिए माला बना सकते हैं। इसके लिए गुलाब, गेंदा, चमेली, सूरजमुखी और गेंदे जैसे फूलों का इस्तेमाल करें। इन फूलों की खुशबू न सिर्फ आपके पूरे घर को महकाएगी, बल्कि लड्डू गोपाल को और भी खूबसूरत दिखाएगी। आप फूलों की माला को लड्डू गोपाल के गले में पहनाकर अपने घर की सुंदरता को और बढ़ा सकते हैं।
#3
दीयों से सजाएं
जन्माष्टमी पर दीयों का इस्तेमाल करना शुभ माना जाता है। आप अपने घर में अलग-अलग आकार के दीयों को अपने लड्डू गोपाल के आस-पास रख सकते हैं या फिर उन्हें किसी टेबल पर रख सकते हैं। इसके अलावा आप चाहें तो दीयों को लड्डू गोपाल की मूर्ति के सामने रखकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आपका लड्डू गोपाल और भी खूबसूरत दिखेगा और आपके पूरे घर में एक अलग ही रौनक आ जाएगी।
#4
झांकियां बनाएं
जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल की झांकी बनाना एक महत्वपूर्ण परंपरा है। आप अपने घर में एक छोटी सी झांकी तैयार कर सकते हैं, जिसमें लड्डू गोपाल को उनके बचपन के समय के साथ-साथ मथुरा, वृंदावन और गोवर्धन की झलक दिखाई दे। इस झांकी में आप भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं को दर्शाने वाले चित्र या मूर्तियां भी शामिल कर सकते हैं। इससे आपके घर में एक विशेष धार्मिक माहौल बनेगा।
#5
पूजा स्थल पर सजावट करें
जन्माष्टमी पर पूजा स्थल को सजाना बहुत ही खास होता है। आप अपने पूजा स्थल को फूलों की माला, दीयों, रंगोली और मोराक के साथ-साथ अन्य सजावटी वस्तुओं से सजा सकते हैं। इसके अलावा आप चाहें तो अपने पूजा स्थल पर भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं से जुड़ी किताबें भी रख सकते हैं, जो इस अवसर पर पढ़ी जा सकती हैं। इससे आपके पूजा स्थल को एक खास धार्मिक रूप मिलेगा।