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गर्मी की लहर के कारण आप हो सकते हैं अवसाद का शिकार, अध्ययन में हुआ खुलासा

गर्मी की लहर के कारण आप हो सकते हैं अवसाद का शिकार, अध्ययन में हुआ खुलासा

लेखन सयाली
Jun 22, 2025
05:23 pm

क्या है खबर?

मानसून आने के बाद भी गर्मी कम होने का नाम नहीं ले रही। इस बात से सभी वाकिफ हैं कि गर्मी की लहर कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनती है। हालांकि, क्या आपने कभी सोचा है कि इसका हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता होगा? इसका जवाब पाने के लिए एक नया अध्ययन किया गया है, जिससे एक अहम जानकारी सामने आई है। इसके मुताबिक, गर्मी की लहर अवसाद जैसे गंभीर मानसिक विकार की वजह बन सकती है।

अध्ययन

चीन में किया गया था अध्ययन

यह अध्ययन चीन के शोधकर्ताओं द्वारा किया गया है और इसे जर्नल ऑफ इफेक्टिव डिसऑर्डर्स नामक पत्रिका में प्रकाशित किया गया है। इसके जरिए जो नतीजे सामने आए, उन्होंने शोधकर्ताओं को भी हैरान कर दिया। इसकी मदद से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों के लिए गर्मी की लहर और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के बीच एक मजबूत संबंध पाया गया। आइए इस अध्ययन के बारे में विस्तार से जानते हैं।

प्रक्रिया

किस तरह चुने गए थे प्रतिभागी?

मानसिक स्वास्थ्य पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को समझने के लिए शोधकर्ताओं ने करीब 20,000 किशोरों के डाटा का विश्लेषण किया। इसके लिए 10 से 18 साल के लोगों का चयन किया गया था। उन्हें भौगोलिक क्षेत्रों, स्कूल के प्रकार (निजी या सरकारी) और रहन-सहन के तरीकों की विविधताओं के आधार पर चुना गया था। आखिर में बराबर संख्या में 19,852 लड़के और लड़कियों को शॉर्टलिस्ट किया गया और उनकी जांच की गई।

नतीजे

गर्मी की लहर के संपर्क से 13 प्रतिशत बढ़ता है अवसाद

अध्ययन में पाया गया कि प्रतिभागियों के मानसिक स्वास्थ्य और गर्मी के संपर्क के बीच एक महत्वपूर्ण संबंध है। शोध के मुताबिक, गर्मी की लहर के ज्यादा संपर्क में आने से अवसाद, चिंता और दोनों स्थितियों की सह-उपस्थिति का जोखिम काफी हद तक बढ़ जाता है। गर्मी की लहर के परिमाण में वृद्धि की प्रत्येक इकाई के जरिए अवसाद का 13 प्रतिशत जोखिम बढ़ा और चिंता की संभावना 12 प्रतिशत अधिक हो गई।

लेखक

अध्ययन के लेखक ने कही ये बात

अध्ययन को यिझेन यू ने लिखा है, जो हुआझोंग विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के टोंगजी मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर हैं। उनके मुताबिक, "हमारे निष्कर्षों से पता चलता है कि गर्म हवाओं के संपर्क में आने से किशोरों में अवसाद और चिंता के लक्षणों का खतरा अधिक होता है।" यह अध्ययन मानसिक स्वास्थ्य के विषय पर प्रकाश डालता है और गर्मी को भी गंभीरता से लेने की सलाह देता है। आप गर्मी में घर में रहकर अवसाद से बच सकते हैं।