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शरीर में खुशी के हार्मोन को बढ़ा सकती हैं ये आदतें, बनाएं जीवन का हिस्सा
खुश रहने के लिए अपनाएं ये आदतें

शरीर में खुशी के हार्मोन को बढ़ा सकती हैं ये आदतें, बनाएं जीवन का हिस्सा

लेखन अंजली
Sep 18, 2025
02:27 pm

क्या है खबर?

सेरोटोनिन को खुशियों का हार्मोन कहा जाता है। यह हमारे मस्तिष्क में मौजूद कोशिकाओं के बीच संचार को बेहतर बनाता है। इसके कारण मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। सही खान-पान और दिनचर्या से हम अपने सेरोटोनिन स्तर को बढ़ा सकते हैं। इस लेख में हम कुछ आसान और प्रभावी तरीकों पर चर्चा करेंगे, जिनसे आप अपने सेरोटोनिन स्तर को प्राकृतिक रूप से बढ़ा सकते हैं।

#1

सुबह की धूप लें

सुबह की धूप से हमारा शरीर विटामिन-D प्राप्त करता है, जो सेरोटोनिन के उत्पादन में अहम भूमिका निभाता है। विटामिन-D की कमी सेरोटोनिन स्तर को कम कर सकती है, जिससे मूड खराब हो सकता है। रोजाना 15-30 मिनट की धूप हमारे शरीर में विटामिन-D की मात्रा बढ़ाती है और सेरोटोनिन स्तर को संतुलित रखती है। इसलिए सुबह की धूप लेना बहुत जरूरी है ताकि आप खुश और तरोताजा महसूस कर सकें।

#2

नियमित एक्सरसाइज करें

नियमित एक्सरसाइज करने से हमारे शरीर में खुशी देने वाले हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जो न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है। यह हमारे मस्तिष्क में सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाता है, जिससे मूड बेहतर होता है और तनाव कम होता है। रोजाना कुछ मिनट टहलना, दौड़ना या योग करना इस प्रक्रिया को आसान बना सकता है। इससे आप खुद को तरोताजा और खुश महसूस करेंगे।

#3

संतुलित आहार लें

सेरोटोनिन उत्पादन के लिए जरूरी पोषक तत्व जैसे मछली से मिलने वाले अच्छे तेल, कुछ खास विटामिन और खनिज हमारे आहार में शामिल होना चाहिए। इन पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे मछली, अंडे, हरी सब्जियां और नट्स का सेवन करने से सेरोटोनिन स्तर बढ़ता है। इसके अलावा फल जैसे केला और अंगूर भी फायदेमंद होते हैं। इन्हें अपने दैनिक आहार में शामिल करें ताकि आपका आहार संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर हो सके।

#4

मेडिटेशन करें

मेडिटेशन हमारे मन को शांत करने में मदद करता है, जिससे तनाव कम होता है और सेरोटोनिन स्तर बढ़ता है। नियमित मेडिटेशन करने से न केवल मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है बल्कि शरीर भी ऊर्जा महसूस करता है। यह प्रक्रिया हमें आत्म-साक्षात्कार करने में मदद करती है और हमारी सोच को सकारात्मक बनाती है। मेडिटेशन के दौरान गहरी सांस लेना और मन को शांत करना जरूरी है ताकि हम पूरी तरह से वर्तमान में रह सकें।

#5

पर्याप्त नींद लें

पर्याप्त नींद लेना हमारे समग्र स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। नींद पूरी न होने पर शरीर थका हुआ महसूस करता है, जिससे सेरोटोनिन स्तर प्रभावित होता है। रोजाना 7-8 घंटे की नींद लेना जरूरी है ताकि शरीर पूरी तरह से आराम कर सके और अगले दिन ऊर्जा से भरपूर महसूस करे। अच्छी नींद लेने के लिए सोने का समय तय करें और सोने से पहले मोबाइल या टीवी देखने से बचें।