थायराइड की समस्या से छुटकारा दिलाते हैं ये योगासन, वीडियो देखकर करें अभ्यास
बिगड़ती जीवनशैली के कारण थायराइड जैसी समस्या उत्पन्न होती है। इस समस्या के अंतर्गत शरीर में थाइरइड ग्रंथि ज्यादा थायराइड हार्मोन का निर्माण करने लगती है, जिसकी वजह से इंसान को कई तरह की परेशानियां घेरने लगती हैं। अगर थायरायड का सही समय पर इलाज न किया जाए तो इससे ह्रदय रोग का खतरा मंडराने लगता है। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे योगासनों को बारे में बताएंगे, जिनके अभ्यास से थायराइड से छुटकारा पाया जा सकता है। आइए जानें।
उष्ट्रासन
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएं, फिर घुटनों के बल खड़े हो जाएं और सांस लेते हुए पीछे की ओर झुकें। इसके बाद दायीं हथेली को दायीं एड़ी पर और बायीं हथेली को बायीं एड़ी पर रखने की कोशिश करें और सिर को पीछे की ओर झुकाएं। इस अवस्था में दो मिनट तक रहने के बाद धीरे-धीरे आसन को छोड़े। इससे शारीरिक विकार कम होते हैं, जो थायराइड के लिए लाभदायक है।
हलासन
इस योगासन के अभ्यास केलिए सबसे पहले जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं व अपने दोनों हाथों को जमीन पर रखें। फिर दोनों पैरों के तलवो को आपस में जोड़ते हुए पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाएं और सिर के पीछे ले जाएं। धयान रहें कि इस अवस्था में घुटनों को माथे की सीध में ही रखना है। एक-दो मिनट तक इस स्थिति में सांस लें और छोड़ें, फिर धीरे-धीरे आसन की स्थिति छोड़ दें।
विपरीतकरणी आसन
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले दीवार की ओर पैर करके लेट जाएं। फिर अपने पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की तरफ उठाके 90 डिग्री का कोण बना लें, लेकिन ध्यान रखें कि आपके तलवे ऊपर की ओर ही होने चाहिए। इसके बाद अपने नितंब को ऊपर उठा लें और इस अवस्था में पांच मिनट तक रहने के बाद धीरे-धीरे आसन को छोड़े। इससे शरीर की मांसपेशियों को आराम मिलता है, जो थायराइड रोगियों के लिए लाभकारी है।
पवनमुक्तासन
पवनमुक्तासन करने के लिए सबसे पहले जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं और हाथ-पैरों को सीधा फैला लें व इस स्थिती में शरीर को ढीला छोड़ दें। फिर सांस लेते हुए धीरे-धीरे घुटनों को मोड़ते हुए हाथों की मदद से छाती तक लाएं। इसके बाद सिर को उठाते हुए माथे को घुटनों पर लगाने की कोशिश करें। कुछ देर इस अवस्था में बने रहें व धीरे-धीरे आसन को छोड़ दें। पवनमुक्तासन करने से थायराइड की समस्या दूर होती है।