
कोरोना वायरस के प्रोटीन के कारण स्वस्थ कोशिकाओं को हो रहा नुकसान, अध्ययन में खुलासा
क्या है खबर?
देश में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी जारी है, जिससे कुल सक्रिय मामलों की संख्या 7,000 के पार पहुंच गई है और इसी बीच एक नए अंतरराष्ट्रीय अध्ययन ने हैरान कर देने वाली जानकारी साझा की है।
इजरायल की राजधानी जेरूसलम के हिब्रू विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि कोरोना वायरस का प्रोटीन स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करता है।
आइए इस अध्ययन के बारे में विस्तार से जानते हैं।
अध्ययन
कोरोना का कौन-सा प्रोटीन स्वस्थ कोशिकाओं के लिए है खतरा
सेल जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन के मुताबिक, कोरोना वायरस के न्यूक्लियोकैप्सिड नामक प्रोटीन के कारण संक्रमित लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करने लगती है।
न्यूक्लियोकैप्सिड प्रोटीन (NP) आमतौर पर संक्रमित कोशिकाओं के अंदर वायरस की आनुवंशित सामग्री को इकट्ठा करता है, जिसके कारण ये आसपास की स्वस्थ कोशिकाओं में फैल सकता है और वायरस के प्रभाव को बढ़ा सकता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता
कैसे रोग प्रतिरोधक क्षमता स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करने लगती है?
अध्ययन के शोधकर्ताओं ने कहा कि जिस समय वायरस स्वस्थ कोशिकाओं की सतह पर आता है, उसी समय रोग प्रतिरोधक क्षमता गलती से NP को एक खतरे के रूप में पहचानकर एंटीबॉडी रिलीज करती है, जो असंक्रमित कोशिकाओं के साथ स्वस्थ कोशिकाओं को भी निशाना बनाती है।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह प्रक्रिया एक प्रतिक्रिया को ट्रिगर करती है, जो सूजन और ऊतक को नुकसान पहुंचाती है, जिससे वायरस के लक्षण लंबे समय तक रहते हैं।
दवा
ये दवा कर सकती है NP का मुकाबला
अध्ययन में शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि एनोक्सापारिन नामक दवा NP के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकती है।
शोधकर्ताओं ने बताया, "एनोक्सापारिन खून को पतला करने वाली दवा है, जो NP को स्वस्थ कोशिकाओं से चिपकने से रोकती है।"
शोधकर्ताओं के अनुसार, यह दवा कोरोना और अन्य वायरल संक्रमणों में रोग प्रतिरोधक क्षमता संबंधी जोखिमों को कम करने के लिए नई उम्मीद प्रदान कर सकती है।
वायरस वेरिएंट
XFG वेरिएंट के कारण तेजी से बढ़ रहे मामले
भारत में कोरोना के मामलों में काफी उछाल देखने को मिल रहा है, जो ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट के कारण है।
JN.1 के अलावा देश में एक नया उभरता हुआ XFG वेरिएंट भी पाया गया है, जिसके कारण संक्रमण में मामलों में बढ़ोतरी हुई है।
XFG वेरिएंट से संक्रमित होने पर मरीज में आमतौर पर वही लक्षण दिखाई देते हैं, जो बाकी कोरोना मरीजों में होते हैं।