गर्भावस्था में मां को होने वाले आम संक्रमण बच्चे की बुद्धि पर नहीं डालते असर- अध्ययन
क्या है खबर?
गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान अपनी सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। जब मां स्वस्थ रहती है तभी होने वाला बच्चा भी सेहतमंद रहता है। गर्भावस्था के दौरान अगर मां को सर्दी-जुखाम हो जाता है तो उन्हें इस बात की चिंता सताती है कि कहीं उनके बच्चे की सेहत पर असर न पड़े। हालांकि, एक नया अध्ययन कहता है कि गर्भावस्था में मां को होने वाले आम संक्रमण बच्चे की बुद्धि पर असर नहीं डालते हैं।
अध्ययन
डेनमार्क में किया गया यह अध्ययन
यह अपनी तरह का सबसे बड़े पैमाने पर किया गया अध्ययन है, जिसे 'PLOS मेडिसिन' नामक पत्रिका में प्रकाशित किया गया था। इसे डेनमार्क के रिग्शोस्पिटलेट के बाल चिकित्सा और किशोर चिकित्सा विभाग और कोपेनहेगन के स्टेटेंस सीरम इंस्टीट्यूट के जन्मजात विकार विभाग के शोधकर्ताओं ने किया। यह डेनमार्क से प्राप्त किए गए राष्ट्रव्यापी आंकड़ों पर आधारित था। इसके जरिए शोधकर्ता जानना चाहते थे की आम संक्रमण गर्भावस्था के दौरान बच्चे की सेहत को कैसे प्रभावित करते हैं।
जांच
लाखों भाई-बहनों की जांच करके पूरा हुआ अध्ययन
यह अध्ययन कहता है कि गर्भावस्था के दौरान आम संक्रमणों का भविष्य में बच्चों के संज्ञानात्मक परिणामों पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता है। अध्ययन को पूरा करने के लिए शोधकर्ताओं ने 2,50 लाख से ज्यादा भाई-बहनों की मदद ली थी। इस दौरान उन सभी के स्कूल के अंकों और बौद्धिक स्कोर का विश्लेषण किया गया था। शोध के लिए डाटा कई राष्ट्रीय डेनिश रजिस्ट्री से प्राप्त किया गया था और पुराने अध्ययन की भी मदद ली गई थी।
गर्भवती महिलाएं
पुराने अध्ययन से मिली यह मदद
इसके दौरान जन्म के समय गर्भावधि उम्र और दीर्घकालिक संज्ञानात्मक परिणाम पर किए गए पुराने अध्ययन के आंकड़ों का उपयोग किए गया था। इसकी मदद से गर्भावस्था के दौरान मां को होने वाले आम संक्रमणों और दीर्घकालिक संज्ञानात्मक परिणाम के बीच संबंध की जांच की गई। शोधकर्ताओं ने हल्के संक्रमणों के लिए नुस्खों का पालन करने वालीं और गंभीर मामलों में अस्पताल में भर्ती गर्भवती महिलाओं की जानकारी भी जुटाई।
प्रक्रिया
बच्चों के अंकों को भी बनाया गया जांच का हिस्सा
अगले चरण में शोधकर्ताओं ने 15-16 साल की उम्र वाले बच्चों के भाषा और गणित के अंकों पर ध्यान दिया। साथ ही लड़कों द्वारा लिए गए अनिवार्य सैन्य भर्ती मूल्यांकन से प्राप्त बुद्धि परीक्षण के अंक भी शामिल किए गए। इस अध्ययन में 1996 और 2003 के बीच जन्मे 2,74,000 से ज्यादा बच्चे शामिल थे। इनमें से लगभग 81,000 की माताओं ने गर्भावस्था के दौरान कम से कम एक बार संक्रमणों के चलते दवाइयां खाई थीं।
परिणाम
क्या रहे अध्ययन के नतीजे?
5,600 प्रतिभागियों की माताओं को गर्भावस्था के दौरान संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती भी होना पड़ा था। अध्ययन के परिणामों से पता चला कि मां के संक्रमण से बच्चों के शैक्षणिक या संज्ञानात्मक प्रदर्शन में बहुत कम या कोई अंतर नहीं आया था। गर्भावस्था के दौरान विभिन्न प्रकार के एंटीबायोटिक्स लेने पर भी बच्चों की बुद्धि पर कोई असर नहीं पड़ा था। इससे साफ होता है कि मां के बीमार पड़ने से बच्चे का दिमाग कमजोर नहीं होता है।