
क्रिस ओफिली की दुर्लभ पेंटिंग 'ब्लॉसम' होने वाली है नीलाम, 17 करोड़ रुपये है अनुमानित कीमत
क्या है खबर?
कला जगत में कई ऐसे पेंटर हुए, जिनकी रचनाएं लाखों की प्रेरणा हैं। ऐसे ही एक प्रतिभाशाली पेंटर हैं क्रिस ओफिली, जो ब्रिटेन के निवासी हैं। वह अलग अंदाज में पेंटिंग करते हैं, क्योंकि वह अपने चित्रों में रेजिन, मोती, ऑयल पेंट और हाथी के गोबर जैसी चीजों का उपयोग करते हैं। अब ओफिली की एक दुर्लभ पेंटिंग की नीलामी होने वाली है, जिसे 'ब्लॉसम' नाम से जाना जाता है। इसकी कीमत 17 करोड़ रुपये से ज्यादा लग सकती है।
नीलामी
कब और कहां होने वाली है पेंटिंग की नीलामी?
इस प्रसिद्ध पेंटिंग की नीलामी अक्टूबर में होने वाली है, जिसका आयोजन क्रिस्टीज नामक नीलामीघर करवा रहा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इसकी कीमत 11 से लेकर 17.80 करोड़ रुपये से भी ज्यादा लग सकती है। क्रिस्टीज लंदन में 'युद्धोत्तर और समकालीन कला' की प्रमुख टेसा लॉर्ड 15 अक्टूबर को इस पेंटिंग को बेचेंगी। उन्होंने कहा, "यह उन सबसे रोमांचक चित्रों में से एक है, जिनपर मैंने लंबे समय में काम किया है।"
पेंटिंग
क्या है इस पेंटिंग की खासियत?
ब्लॉसम को ओफिली ने 1997 में बनाया था, जिसके बाद वह 1998 में टर्नर पुरस्कार जीतने वाले पहले अफ्रीकी मूल के कलाकार बन गए थे। यह पेंटिंग प्रतीकात्मकता को संस्कृति और अफ्रीकी प्रतीकवाद के साथ जोड़ती है। यह पेंटिंग इसलिए भी इतनी खास है, क्योंकि इसमें ओफिली ने ऑयल पेंट, हाथी के गोबर, ग्लिटर और रेजिन का इस्तेमाल किया है। इसमें एक अफ्रीकी महिला विचित्र अंदाज में बनाई गई है, जिसके सिर पर एक बड़ा फूल लगा हुआ है।
विवरण
'पेटिंग वाकई है बहुत खूबसूरत'- लॉर्ड
ब्लॉसम पेंटिंग में एक मां का चित्र बनाया गया है, जिसका एक स्तन ढका हुआ है तो दूसरा खुला हुआ है। बाईं ओर पेंटिंग का शीर्षक 'ब्लॉसम' हाथी के गोबर से बने गोलों के बीच लिखा हुआ है। साथ ही पूरी पेंटिंग पर खूबसूरत फूल बनाए गए हैं, जो इसकी शोभा को बढ़ाने का काम करते हैं। लॉर्ड ने कहा, "इसकी सतह पर पॉइंटिलिस्ट बनावट वाले बिंदु और रेजिन की परतें है, जो वास्तव में काफी सुंदर हैं।"
अन्य पेंटिंग
इन अन्य कलाकारों की पेंटिंग की भी होगी नीलामी
ओफिली की यह पेंटिंग स्कॉटलैंड के पेंटर पीटर डोइग की 4 पेंटिंग के साथ नीलाम की जाएगी। ये पेंटिंग स्की जैकेट, कंट्री रॉक, कंक्रीट केबिन और यारा हैं। इस नीलामी के दौरान उपलब्ध रहने वाली अन्य पेंटिंग में जीन-मिशेल बास्कियाट की '1981-82' और स्वीडिश कलाकार करिन मम्मा एंडरसन की 'होन (शी)' भी शामिल हैं। यह संग्रह ओले फारुप का है, जो एक दिवंगत डेनिश डिजाइन उद्यमी और परोपकारी व्यक्ति थे। उन्होंने इसे 50 साल में तैयार किया था।
आय
एक फाउंडेशन को मिलेगी नीलामी से मिलने वाली रकम
नीलामी से होने वाली सारी आय 'ओले फारुप आर्ट फाउंडेशन' को जाएगी। इसका उद्देश्य युवा डेनिश और अंतरराष्ट्रीय कलाकारों की पेंटिंग को दुनियाभर के संग्रहालयों में प्रदर्शित करके उन्हें समर्थन प्रदान करना है। ब्लॉसम को 2010 में टेट ब्रिटेन में प्रदर्शित किया गया था, जो उनके काम का अब तक का सबसे व्यापक प्रदर्शन था। इसे न्यूयॉर्क के न्यू मियूजियम में 2014-15 के सर्वेक्षण में भी शामिल किया गया था।