दुर्गा पूजा के दौरान पश्चिम बंगाल में भोग में बनती है भोगेर खिचड़ी, जानिए इसकी रेसिपी
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल के लोग सालभर दुर्गा पूजा के इंतजार में बैठे रहते हैं, जो मां दुर्गा को समर्पित सबसे बड़ा पर्व है। इस दौरान पूरा राज्य माता रानी के पंडालों से सजा रहता है, जिनकी रौनक देखने लायक होती है। सभी लोग पूजा-पाठ, डांस, सजने-संवरने और गाने का आनंद लेते हैं। इसी बीच मां की पूजा के बाद उन्हें एक खास तरह के पकवान का भोग लगाया जाता है, जिसे भोगेर खिचड़ी कहते हैं। आइए इसकी रेसिपी जानते हैं।
भोगेर खिचड़ी
क्या होती है भोगेर खिचड़ी?
हिंदी में 'भोगेर खिचड़ी' का मतलब होता है भोग वाली खिचड़ी। अब आप नाम से समझ ही गए होंगे कि इसे खास तौर से मां दुर्गा के भोग के रूप में ही तैयार किया जाता है। यह सादी खिचड़ी से अलग होती है, क्योंकि इसमें कई तरह की सब्जियां और मसाले शामिल होते हैं। यह खिचड़ी न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद मानी जाती है।
सामग्री
भोगेर खिचड़ी बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
भोगेर खिचड़ी बनाने में ज्यादा मेहनत नहीं लगती। हालांकि, इसमें सादी खिचड़ी से ज्यादा समय जरूर लगता है। इसके लिए जो भी सामग्री चाहिए होती है, वो सब आपकी रसोई में आसानी से मिल जाएगी। इसके लिए आपको एक कप गोबिंदो भोग चावल, आधा कप मूंग दाल, आलू, फूलगोभी, टमाटर, गाजर, आधा कप मटर, पानी, सरसों का तेल, जीरा, राई, मेथी, अजवाइन, सौंफ, काजू, किशमिश, लाल मिर्च, मसाले, अदरक का पेस्ट, घी और नमक चाहिए होगा।
स्टेप 1
इस तरह होगी खिचड़ी बनाने की शुरुआत
भोगेर खिचड़ी की रेसिपी की शुरुआत चावल और दाल को सूखा भूनने से होगी। इसके बाद दोनों को पानी में भिगोने के बाद कुकर में पका लें। एक पैन में सरसों का तेल गर्म होने के लिए रख दें। जब तेल गर्म हो जाए तो सभी सब्जियों को एक-एक करके तल लें। इन सभी सब्जियों को एक प्लेट में निकालकर रख लें। इसके बाद एक अन्य पैन में तेल गर्म करें और उसमें जीरा, राई, मेथी, अजवाइन और सौंफ भूनें।
स्टेप 2
मसालों को भूनें और सभी सामग्रियां मिलाकर खिचड़ी तैयार करें
अब इसमें लाल मिर्च, काजू, हल्दी और किशमिश डालकर अच्छी तरह भून लें। इसमें गर्म पानी डालकर तब तक पकाएं जब तक मसाले तेल न छोड़ दें। इसके बाद इसमें चावल और दाल मिला दें और ढककर करीब 5 मिनट तक पका लें। पकने के बाद इसमें नमक और अदरक का पेस्ट समेत सभी सूखे मसाले भी मिला दें। इसके बाद इसमें तली हुई सब्जियां भी शामिल करें और कटोरे में निकालकर मां दुर्गा को भोग लगाएं।